पीएम-अजयः योजनाओं का आपस में विलय, अब इकाई स्थापित होगी
किन योजनाओं को हुआ विलय, किनके लिए किस विभाग की थी योजनाएं, इकाई में कितने व्यक्ति शामिल किए जाएंगे
नोएडा। उप्र अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम लि0 गौतमबुद्धनगर द्वारा चलाई जा रही सभी कल्याणकारी योजनाओं को प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना (पीएम-अजय) में विलय कर दिया गया है। योजना के अन्तर्गत कलस्टर के रूप में कम से कम 8 से 10 व्यक्तियों के समूह का गठन कर इकाई स्थापित की जाएगी। यह जानकारी गौतमबुद्धनगर जिले के जिला समाज कल्याण अधिकारी (विकास) व जिला प्रबन्धक उप्र अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम लिमिटेड संजय कुमार व्यास ने दी।
वित्तीय सहायता की राशि बढ़ी
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा वित्तीय सहायता के रूप में पूर्व की अनुदान राशि 10 हजार रुपये से बढ़ाकर प्रति लाभार्थी (परिवार) में अधिकतम 50 हजार रुपये या प्रति व्यक्ति योजना लागत का 50 प्रतिशत जो भी कम हो दिया जाएगा। शेष धनराशि बैंक ऋण के रूप में होगी।
उन्हें मिलेगी वरीयता
उन्होंने बताया कि इस योजना अन्तर्गत आय की सीमा निर्धारित नहीं है लेकिन दो लाख पचास हजार रूपये वार्षिक आय वाले व्यक्तियों को वरीयता दी जाएगी। इस योजना में अनुसूचित जाति बाहुल्य व प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के अन्तर्गत चिन्हित पांचों ग्रामों में गठित समूहों को पहली वरीयता दी जाएगी।
यहां जमा करें आवेदन
उन्होंने बताया कि नगरीय क्षेत्र में निवास करने वाले व्यक्ति अपना आवेदन पत्र जिला कार्यालय जिला प्रबन्धक, उप्र अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम लि0 सूरजपुर स्थित विकास भवन के कमरा नंबर 118 गौतमबुद्ध नगर में जमा कर सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले व्यक्ति संबंधित क्षेत्र के विकास खंड कार्यालय में कार्यरत सहायक विकास अधिकारी (स0क0)/ ग्राम विकास अधिकारी (स0क0) से जानकरी प्राप्त कर आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं।