आंदोलनः गिरफ्तार किसान नेताओं की रिहाई के लिए निकाला कैंडिल मार्च, काफी संख्या में शामिल थीं महिलाएं
18 दिन पहले एनटीपीसी के अधिकारियों से वार्ता करने जा रहे किसानों को पुलिस ने विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार कर लिया था
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के दादरी स्थित एनटीपीसी पर धरना दे रहे किसान नेताओं की रिहाई के लिए किसानों और महिलाओं ने बीती रात कैंडिल मार्च निकाला। वे लाठीचार्ज के दोषी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग भी कर रहे थे।
क्या है मामला
अपनी मांगों को पूरा कराने और समस्याओं के समाधान के लिए प्रभावित किसान दादरी एनटीपीसी कार्यालय के बाहर धरना देकर प्रदर्शन कर रहे थे। पिछले 18 दिनों पहले वे एनटीपीसी के अधिकारियों से बातचीत करने के लिए आगे बढ़े तो पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने और कार्यालय में जाने से रोकने के लिए वाटर केनन से पानी की बौछार की। फिर उन पर लाठीचार्ज कर दिया। इससे महिलाओं समेत कई किसान घायल हो गए थे। बाद में पुलिस ने 13 किसान नेताओं को शांति भंग करने, किसानों को उकसाने और निषेधाज्ञा का उलंघन करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किसान नेताओं में सुखबीर खलीफा भी शामिल हैं। तभी से किसानों की रिहाई के लिए वे लगातार धरना देकर विभिन्न प्रकार के आंदोलन कर रहे हैं।
बच्चे भी शामिल थे कैंडल मार्च में
किसान नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर निकाले गए कैंडल मार्च में किसानों के अलावा काफी संख्या महिलाएं तो शामिल थीं ही काफी संख्या में बच्चे भी शामिल थे। ये वे किसान और उनका परिवार है जो एनटीपीस दादरी की स्थापना के लिए अधिग्रहीत की गई भूमि के मालिक थे।
गांव के निवासी राजेंद्र यादव ने कहा कि किसानों का आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक गांवों के प्रभावित किसानों की मांगों और समस्याओं और गांव को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल जाती।