खुलासाः पकड़ा गया हादसे के लिए जिम्मेदार चालक, कार भी बरामद
पहली जनवरी की देर रात मोटरसाइकिल सवार को मार दी थी टक्कर, हो गई थी मौत
नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना फेस-1 की पुलिस ने पहली जनवरी की देर रात यहां चिल्ला बॉर्डर पर सड़क हादसे के लिए जिम्मेदार चालक और कार का पता पुलिस ने लगा लिया। चालक को गिरफ्तार कर कार को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। इस हादसे में मोटर साइकिल चालक की मौत हो गई थी।
गठित की गई थी कई टीमें
पहली जनवरी की देर रात हुए इस हादसे का पर्दाफास करने के लिए कई टीमों का गठन किया गया था। हादसे के लिए जिम्मेदार चालक अमर बहादुर यादव निवासी मांझ गांव, थाना महाराजगंज, जिला रायबरेली वर्तमान पता रामब्रजवासन, थाना कापसहेड़ा, बॉर्डर दिल्ली को हुन्डई एक्सेन्ट कार के साथ तकनीकी एवं मैनुअल पुलिसिंग के सहयोग से शिवानी फर्नीचर चौराहा सेक्टर-8 के पास से गिरफ्तार कर लिया।
क्या है मामला
पकड़ा गया कार का चालक अमर बहादुर यादव ने हादसे के लिए अपनी गलती को मान लिया है। उसने पुलिस को बताया कि वह पहली जनवरी को द्वारिका सेक्टर 7 दिल्ली से उबर ऐप के माध्यम से बुकिंग लेकर पारस टेरा सोसायटी सेक्टर 137 नोएडा आया था। वहां से चिल्ला बॉर्डर होते हुए वापस गाजियाबाद जा रहा था। चिल्ला बार्डर के निकट उसकी कार कौशल यादव की मोटर साइकिल से टकरा गई। इससे कौशल यादव गम्भीर रूप से घायल हो गया। बाद में अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी मौत हो गई थी।
कार को यू टर्न लेकर भाग गया
पकड़ा गया कार चालक अमर बहादुर यादव हादसे के तुरंत बाद चिल्ला बार्डर से यू टर्न लेकर वापस महामाया की ओर भाग गया। उसे महामाया फ्लाईओवर पर लगे कैमरे में दिल्ली की ओर आते समय और हादसे के बाद चिल्ला बार्डर के कैमरे में वापस जाते देखा गया। कन्ट्रोल रूम से मिली सूचना के आधार पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को परिजनो के सहयोग से पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
अमानवीयता का दिया परिचय
इस हादसे की जांच और पूछताछ से यह जानकारी मिली कि उसी समय एक अन्य व्यक्ति अक्षय चौधरी निवासी-सीजी0-05/1606 सुपरटेक कैपटाउन सेक्टर 74 नोएडा गौतमबुद्धनगर अपने घर से कनॉट प्लेस दिल्ली जा रहा था। उसने मरने वाले की मोटर साइकिल पर देखा। इस पर उसने अपनी गाडी से उतर कर हादसाग्रस्त मोटरसाइकिल को घटनास्थल से हटा दिया। उसी दौरान उसे मरने वाले का मोबाइल मिला जिसे अक्षय चौघरी दिल्ली चला गया। उसने न तो अपने मोबाइल से और न ही मृतक के मोबाइल से हादसे की पुलिस को दी। जब मरने वाले व्यक्ति के मोबाइल पर उसके भाई का फोन आया तब उसे पता चला कि दुर्घटना में उसके भाई की मौत हो चुकी है। मामला पुलिस के संज्ञान में आ चुका है। इसके बाद अक्षय ने डर के मारे बिना किसी को बताए चुपके से मृतक के भाई को फोन लौटा दिया।
पुलिस ने की अक्षय चौधरी से पूछताछ
इस मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने अक्षय को हिरासत में लेकर, किन हालातों में मोटर साइकिल को उसने हटाया और मृतक का मोबाइल लेकर दिल्ली क्यों चला गया और उसने हादसे की सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी,के बारे में पूछा।
चालक भेजा जेल
पुलिस ने वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर आरोपी अमर बहादुर यादव का चालान कर जेल भेज दिया है।