ग्रेटर नोएडा में मिली पाकिस्तानी नागरिकों की संपत्ति, सर्वे से सामने आई पूरी कहानी
ग्रेटर नोएडा : सालों पहले पाकिस्तानी नागरिक भारत में रहते थे, लेकिन 1940 और 1950 के दशक में युद्ध में दोनों देशों के विभाजित होने के बाद वे चले गए थे। हाल ही में, एक सर्वेक्षण में पता चला है कि ग्रेटर नोएडा में 64 पाकिस्तानी नागरिकों की संपत्तियां हैं, जो पाकिस्तानी नागरिकों के नाम पर पंजीकृत थीं।
प्रशासन द्वारा कराए गए एक सर्वे में यह पता चला है कि ग्रेटर नोएडा में पाकिस्तानी नागरिकों की 64 संपत्तियां हैं। यह जानकारी प्रशासन कीरिपोर्ट में भी शामिल है। सरकार इन संपत्तियों को शत्रु संपत्ति के तौर पर बेचने की योजना बना रही है।
सर्वे में जिले में शत्रु संपत्तियों की लोकेशन मिली है। इनमें से 64 संपत्तियों के बारे में जानकारी सामने आई है। एडीएम प्रशासन उनके बारे में रिपोर्ट तैयार कर गृह मंत्रालय और अभिरक्षक विभाग को भेजेगा। केंद्र सरकार शत्रु संपत्ति बेचने की योजना बना रही है। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन से जानकारी जुटाई है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर गौतमबुद्धनगर में सर्वे शुरू हो गया है और दादरी तहसील में भी किया जाएगा।
ऐसी संपत्तियों पर कानून लागु है । यह सरकार को उन लोगों की संपत्ति पर नियंत्रण रखने की अनुमति देता है जो भारत के विभाजन के समय युद्ध के बाद पाकिस्तान चले गए थे। इन लोगों को शत्रु माना जाता है, और उनकी संपत्ति पर सरकार का हक़ होता है।