उमेश पाल हत्याकांड के तार ग्रेटर नोएडा से जुड़े, 6 साल से अतीक अहमद के घर रह रहा था राजमिस्त्री
ग्रेटर नोएडा : प्रयागराज में बीते दिनों हुए तत्कालीन विधायक राजू पाल की हत्या के चश्मदीद गवाह उमेश पाल हत्या के जांच के सिलसिले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की यहां ग्रेटर नोएडा पहुंच गई है। एसटीएफ और एलआईयू (स्थानीय अभिसूचना इकाई ने बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के ग्रेटर नोएडा वाले मकान की तलाशी तो ली है साथ ही जांच भी शुरू कर दी है। टीम ने आसपास के लोगों से पूछताछ का सिलसिला शुरू किया है।
हरियाणा में भी छापेमारी
एसटीएफ की टीम ने उमेश पाल की हत्या के मामले की जांच के सिलसिले में हरियाणा के सोनीपत और अंबाला जिले में भी छापेमारी की है। टीम उन सभी संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही है जहां से उमेश पाल की हत्या के मामले में सुबूत मिल सके। टीम को इन स्थानों से कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं जो जांच को आगे बढ़ाने में काफी मददगार साबित हो सकते हैं।
अतीक के बेटे की भी तलाश
प्रयागराज में हुई उमेश पाल व सरकारी गनर की हत्या के बाद पुलिस मुख्य आरोपी अतीक अहमद के बेटे असद की तलाश कर रही है।अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को पकड़ने के लिए जगह जगह पर छापेमारी जारी है। पुलिस का कहना है जल्द ही असद अहमद को हिरासत में ले लिया जाएगा।
सेक्टर 36 में है मकान
मंगलवार को एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) को अतीक अहमद का घर सेक्टर 36 में होने की जानकारी मिली थी । बुधवार को एलआईयू और पुलिस ने घर के आसपास के लोगों से पूछताछ की। जांच में सामने आया है कि छह साल से घर के बाहर मेन गेट पर ताला लगा हुआ है। अंदर राजमिस्त्री अपने परिवार के साथ रहता है, जो छोटे गेट से आते-जाते हैं। इसके अलावा पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि शहर में अतीक अहमद की कोई और संपत्ति तो नहीं है। साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाल रही है।
दोस्तों से भी पूछताछ
एसटीएफ की टीम उमेश पाल और सरकारी गनर की हत्या के बाद अतीक और उसके दोस्तों से पूछताछ कर रही है। पुलिस अनुमान लगा रही है कि ग्रेटर नोएडा में अतीक की और भी संपत्ति हो सकती है, इसलिए वे उसके रिकॉर्ड खंगाल रहे हैं। पुलिस को सेक्टर 36 में 90 वर्ग मीटर के प्लॉट पर एक मकान के बारे में पता चला है। इस मकान में राजमिस्त्री पप्पू रह रहते हैं। उनका कहना है कि छह साल पहले एक व्यक्ति घर की देखभाल के लिए उन्हें वहां छोड़ गया था। कोई उनसे मकान का किराया नहीं लेने आता है। मैं और मेरा परिवार यहां पर छह साल से रह रहे हैं।