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शिक्षा में सुधारः एक हजार करोड़ रुपयों की लागत से अपग्रेड होंगे प्रदेश के परिषदीय विद्यालय

प्रत्येक विकास खंड में एक परिषदीय विद्यालय को मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट स्कूल में शामिल कर अपग्रेड करेगी सरकार, तीन वर्षों में 4 हजार विद्यालयों को अपग्रेड करने का लक्ष्य

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों को अपग्रेड करेगी। इसके लिए एक हजार करोड़ रुपये से प्रत्येक विकास खंड में एक-एक (कुल 880) विद्यालय मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय योजना से जोड़कर विकसित किया जाएगा। अगले तीन वर्षों में वर्षों में करीब चार हजार (प्रत्येक विकास खंड में 4-5) अभ्युदय कंपोजिट विद्यालयों को विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

बेसिक शिक्षा विभाग ने कार्ययोजना बनाई

परिषदीय स्कूलों को अपग्रेड करने की कार्ययोजना बेसिक शिक्षा विभाग ने बना ली है। प्री प्राइमरी से लेकर कक्षा 8 तक के इन विद्यालयों को अपग्रेड कर सरकार न सिर्फ प्रत्येक छात्र तक उत्तम शिक्षा पहुंचाने का प्रयास करेगी, बल्कि उन्हें विद्यालय में वे सभी सुविधाएं भी मुहैया कराएगी जिसकी मदद से उनका कौशल विकास हो सकेगा।

पहले चरण में 704 विद्यालय शामिल

बेसिक स्कूल शिक्षा के महानिदेशक विजय किरण आनंद बताते हैं कि बजट में किए गए इस प्रावधान के तहत बेसिक शिक्षा विभाग के माध्यम से प्रत्येक ग्रामीण विकास खंड से जगह की उपलब्धता, व्यावहारिकता एवं महत्तम सामाजिक लाभ के मद्देनजर प्रत्येक विकासखंड से एक कंपोजिट विद्यालय का पारदर्शिता से चयन कर मानकों के अनुरूप अपग्रेड किया जाएगा और मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय का दर्जा दिया जाएगा। प्रत्येक कंपोजिट विद्यालय में करीब 1.42 करोड़ रुपये से अवस्थापना सुविधाओं को अपग्रेड किए जाने का प्रावधान किया गया है। इस प्रकार से प्रथम चरण में बेसिक शिक्षा विभाग के लिए आवंटित बजट एक हजार करोड़ रुपये से 704 परिषदीय विद्यालयों को मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय के रूप में अपग्रेड किया जाएगा।

प्रत्येक विद्यालय में होंगे 450 छात्र-छात्राएं

मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय के तहत पहले से संचालित परिषदीय कंपोजिट विद्यालयों में आधुनिक सुविधाओं के साथ ग्रेड लर्निंग कांसेप्ट के आधार पर अपग्रेड किए जाएंगे। इन विद्यालयों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप बच्चों का समावेशी एवं कौशल विकास को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा। इन विद्यालयों के अपग्रेडेशन के बाद प्री-प्राइमरी से कक्षा-8 के लिए प्रति वर्ग अलग-अलग कक्षा की व्यवस्था होगी। हर विद्यालय को 450 छात्र-छात्राओं की क्षमता के लिए विकसित किया जाएगा। इन विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण बौद्धिक विकास को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा एवं बेहतर शैक्षणिक परिवेश के लिए तैयार किया जाएगा, जहां पहले से निर्मित समस्त सुविधाओं एवं कक्षा का सुदृढ़ीकरण कर जल एवं स्वच्छता संबंधी अवस्थापना सुविधाओं को भी अपग्रेड किया जाएगा।

ये सुविधाएं होंगी मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय में

  1. 5 कक्षों से युक्त अभ्युदय ब्लॉक, जहां होंगे

एक साथ बैठकर पुस्तकें पढ़ने के लिए समर्पित एवं समृद्ध बाल मैत्रिक फर्नीचरयुक्त पुस्तकालय।

लैंग्वेज लैब की सुविधा के साथ कंप्यूटर लैब।

रोबोटिक्स लर्निंग, विज्ञान एवं गणित विषयों के लिए मॉड्यूलर कम्पोजिट प्रयोगशाला।

डिजिटल लर्निंग के लिए इंटरएक्टिव डिस्प्ले बोर्ड एवं वर्चुअल कनेक्टिविटी के साथ स्मार्ट क्लास।

शौचालय सुविधा के साथ स्टाफ रूम।

  1. बाल वाटिका।
  2. पोषण वाटिका।
  3. वाई-फाई एवं ऑनलाइन सीसीटीवी सर्विलांस।
  4. बाल सुलभ फर्नीचर एवं मॉड्यूलर डेस्क-बेंच।
  5. सुरक्षा कर्मी एवं सफाई कर्मी की तैनाती।
  6. खेल का मैदान व ओपन जिम के साथ मल्टीपल एक्टिविटी हॉल।
  7. सोलर पैनल एवं वर्षा जल संचयन इकाई की स्थापना।
  8. आरओ एंड यूवी वॉटर प्लांट, मिड-डे-मील किचन व डायनिंग हॉल, वॉशिंग एरिया, मल्टीपल

हैंडवाशिंग यूनिट की इंटीग्रेटेड व्यवस्था।

  1. आधुनिक अग्निशमन यंत्र।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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