ठगी का एक और तरीकाः हाई प्रोफाइल महिलाओं से मीटिंग कराने का झांसा देकर लोगों से करते थे ठगी दो भाई
पुलिस ने दो लोगों को किया गिरफ्तार, आरोपियों के पास से कई आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद, ठगी के उपयोग में लाई जाती थीं बरामद वस्तुएं
नोएडा। ठग लोगों को धोखा देने के लिए अपराध करने के नए-नए तरीके ईजाद कर लेते हैं और लोग थोड़े रुपयों की लालच में उनके बिछाए जाल में फंसकर अपनी गाढ़ी कमाई की धनराशि उनके हवाले कर देते हैं। बाद में मामला समझ में आने पर उनके सामने पछताने और पुलिस के पास जाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचता।
लोगों को ठगने वाले दो गिरफ्तार
गौतमबुद्ध नगर थाना सेक्टर 58 की पुलिस और आईटी सेल नोएडा के संयुक्त प्रयास से सोशल मीडिया पर हाईप्रोफाइल महिलाओ से मीटिंग कराने का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
कहां से किए गए गिरफ्तार
नोएडा के एडिशनल डीसीपी शक्ति अवस्थी ने यहां शुक्रवार को मीडिया कर्मियों को जानकारी दी कि थाना सेक्टर 58 पुलिस और आईटी सल नोएडा के संयुक्त प्रयास से 30 मार्च को राज नगर एक्सटेंशन गाजियाबाद से सोशल मीडिया पर पेज बनाकर हाईप्रोफाइल महिलाओ से मीटिंग कराने का झांसा देकर लोगों को ठगने के आरोप में दो लोगों को गिफ्तार किया गया गया है। उनके पास से कई आपत्तिजनक वस्तुएं और 29 हजार रुपये नगद बरामद भी हुए हैं।
क्या है मामला, कैसे करते थे अपराध
एक व्यक्ति ने 5 मार्च को थाना सेक्टर-58 नोएडा पर एफआईआर (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज कराई कि टेलीग्राम पर एक मैसेज आया है जिसमें लिखा था कि हमारे यहां ओरचिड स्पा के लिए जगह खाली है। इस पर उसने मोबाइल फोन से काल की तो उसे बताया गया कि तुम्हारी आईडी बन गई है। तुम्हे 400 रुपये देने होंगे। इसी प्रकार से आईडी, किट और सिक्योरिटी मनी के नाम पर उससे एक लाख 83 हजार 190 रुपये ट्रांजेक्शन करा लिए गए। रुपये जमा कराने के बावजूद उन्होंने न तो मीटिंग कराई और न ही रुपये वापस किए।
पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट
तहरीर के आधार पर थाना सेक्टर-58, नोएडा भादवि की धारा 420 और 66 डी आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई।
कौन हैं पकड़े गए आरोपी
पक़ड़े गए आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि वे दोनों सगे भाई हैं। उनकी पहचान केतन अरोरा उर्फ रोहित अरोरा और चिराग निवासी बी-703, स्मार्ट र्चाम कैस्टिल राजनगर एक्टेंशन गाजियाबाद में रहते हैं। वे मूल रूप से 7/23 गीता कालोनी गांधी नगर, पूर्वी दिल्ली के निवासी हैं।
पूछताछ में पुलिस को क्या पता चला
पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि वे फ्रेडशिप क्लब नाम से बहुत सारे फेसबुक, इस्टाग्राम पर पार्टटाइम जाब, राधिका फ्रेड्स क्लब, ड्रीम फ्रेंडशिप क्लब, साथिया फ्रेडशिप क्लब आदि नामों से पेज बना रखे हैं। इन्ही नामों से वेबसाइट भी बनाई हुई है। इन पेजों पर इनके द्वारा देश के विभिन्न शहरों में हाई प्रोफाइल महिलाओं से मीटिंग कराकर पैसे कमाने का झांसा देते हैं।
फंस जाते है भोले-भाले लोग
उन्होंने पुलिस को बताया कि ये लोग भोले-भाले लोगों से महिलाओं से मीटिंग के साथ पैसे कमाने का लालच देकर रजिस्ट्रेशन फीस, मीटिंग फीस तथा अन्य फीस के नाम पर रुपये ले लेते हैं। फिर केतन, सुमित कश्यप बनकर बात करता है। चिराग, विशाल बनकर बात करता है। इनसे बरामद सिम के बारे में उन्होंने कि सभी सिम सिर्फ फर्जीवाड़ा करने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार कर ली गई है। वे नाम बदल-बदल कर लोगों को ठगने का धंधा करते हैं। पुलिस इनके बारे में और विस्तृत आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटा रही है।
क्या हुआ इनके पास से बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से विभिन्न कंपनियों के 13 मोबाइल फोन, विभिन्न बैंकों के 10 डेबिट कार्ड, तीन आधार कार्ड, एक वोटर आईडी, एक पेन कार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेन्स, चार फर्जी सिम कार्ड, एक इंटरनेट डोंगल और 29 हजार रुपये बरामद किए हैं।