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उत्तर प्रदेशराजनीतिलखनऊ

मनोनयनः उत्तर प्रदेश विधान परिषद के लिए छह सदस्य हुए मनोनीत, इनमें एएमयू के कुलपति भी

उत्तर प्रदेश सरकार के भेजे गए प्रस्ताव को राज्यपाल ने दी मंजूरी, मनोनीत सदस्यों में नृपेंद्र मिश्र के बेटे भी शामिल

 लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने विधान परिषद सदस्यों (एमएलसी) मनोनयन के लिए भेजे प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है। उन्होंने प्रस्ताव के मुताबिक छह लोगों को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत किया।

ये लोग हुए एमएलसी मनोनीत

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने जिन लोगों को एमएलसी मनोनीत किया है उनमें रजनीकांत माहेश्वरी (पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष, ब्रज क्षेत्र भाजपा), साकेत मिश्र (पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य एवं नृपेंद्र मिश्र के पुत्र), लालजी प्रसाद निर्मल (अंबेडकर महासभा के वरिष्ठ पदाधिकारी व पूर्व मंत्री), तारिक मंसूरी (कुलपति अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी-एएमयू), रामसूरत राजभर (अधिवक्ता, निवासी आजमगढ़), हंसराज विश्वकर्मा (भाजपा के जिलाध्यक्ष, काशी) शामिल हैं। संभवतः यह पहला मौका है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) का कोई कुलपति भाजपा में पहली बार शामिल हुआ और भाजपा ने उसे एमएलसी मनोनीत करवा दिया।

जून से ही खाली थी सीटें

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्टी संगठन से विचार विमर्श करने बाद मनोनयन कोटे से एमएससी चयन के लिए राज्यपाल पिछले दिनों ही मनोनीत करने का प्रस्ताव भेजा था। राज्य सरकार के इस प्रस्ताव को राज्यपाल ने मंजूरी देते हुए उन्हें एमएलसी मनोनीत कर भी दिया। इस कोटे की सीटें पिछले साल जून महीने से रिक्त चल रहीं थी। नए लोगों की नियुक्ति दस महीने की देरी से हुई है।

स्थानीय निकाय की चुनाव की तैयारी तेज

भाजपा ने मनोनीत कोटे से एमएलसी के लिए नाम तय करने और उन्हें एमएलसी मनोनीत करवाने के बाद अब प्रदेश की दो विधानसभा के लिए होने वाले उपचुनाव और शहरी स्थानीय निकाय के लिए होने वाले चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। उत्तर प्रदेश की दो विधानसभा स्वार और छानबे विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उप चुनाव और शहरी स्थानीय निकाय के चुनाव होने हैं।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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