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भंडाफोड़ः लक्जरी गाड़ियों की करते चोरी, चोरी की गाड़ियों को खरीदने बेचने का करते थे काला कारोबार

पुलिस ने अंतर्राज्यीय गिरोह का किया पर्दाफाश, चार आरोपियों को किया गिरफ्तार, इनमें अधेड़ व्यक्ति भी शामिल, स्कार्पियो व ब्रेजा गाड़ी बरामद

ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना बीटा-2 की पुलिस ने लग्जरी गाड़ियों के चुराने और चोरी की गाडियों के खरीदने और बेचने काला कारोबार करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से चोरी की स्कार्पियों व ब्रेजा गाड़ी बरामद हुई है। पकड़े गिरोह के सदस्यों में अधेड़ उम्र का व्यक्ति भी शामिल है। उसे देखने से ऐसा नही लगता कि वह इस अवैध कारोबार में शामिल होगा।

 

कौन हैं पकड़े गए आरोपी

ग्रेटर नोएडा के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) अशोक कुमार ने यहां मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए लक्जरी गाड़ियों के अंतर्राज्यीय चोर गिरोह के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरोह के सदस्य सिर्फ लक्जरी गाड़ियों की चोरी ही नहीं करते थे बल्कि चोरी के गाड़ियों की खरीदने और बेचने का अवैध धंधा भी करते थे। उन्होंने बताया कि गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी सोमवार को हुई थी। उनकी पहचान पहला मोहम्मद सरफराज उर्फ दिलशाद उर्फ मुल्ला जी मूल निवासी ग्राम माछरा, थाना किठोर, मेरठ वर्तमान में नूर गार्डन कालोनी, फतेलापुर रोड, थाना लिसाडी गेट, जिला मेरठ में रहता था। दूसरे की पहचान इंद्रजीत निवासी म0नं0 196, बालाजी एंक्लेव, रामपुर सरसैडी, अंबाला कैंट, थाना महेश नगर, जिला अम्बाला, हरियाणा, तीसरे की पहचान सलाउद्दीन निवासी जैन गली कोठी गेट, थाना कोतवाली हापुड़, जिला हापुड़ और चौथे की पहचान मोहम्मद  हारून निवासी ए-70, गली नं0 3, बाबरपुर, शाहदरा, दिल्ली के रूप में हुई है। इन्हें थाना क्षेत्र के पी-3 गोल चक्कर और अल्फा-1 मैट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया।

कैसे हुआ मामले का खुलासा

एडीसीपी ने बताया कि 8 अप्रैल को प्रवीण त्यागी निवासी ग्राम थाना लिंक रोड, गाजियाबाद और प्रवीण शर्मा निवासी साहिबाबाद, थाना साहिबाबाद, जिला गाजियाबाद को चोरी की एक गाड़ी एक फार्चुनर के साथ डाढ़ा गोलचक्कर के पास से थाना बीटा-2 पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दोनों से जब पुलिस ने कड़ी पूछताछ की गई तो उनके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर 10 अप्रैल को मोहम्मद सरफराज उर्फ दिलशाद उर्फ मुल्ला जी को चेकिंग के दौरान चोरी की स्कार्पियो गाड़ी, तमन्चा, दो जिंदा कारतूस के गिरफ्तार किया गया।

क्या बताया सरफराज ने

उन्होंने बताया कि जब सरफराज से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि यह गाड़ी उसने अपने साथी फरमान और इमरान निवासी समर गार्डन, मेरठ के साथ मिलकर गुरुग्राम, हरियाणा से चोरी की थी। वह चोरी की स्कार्पियों गाड़ी को अपने साथियों को बेचने के लिए आया था। इससे पहले भी सरफराज ने अपने साथी फरमान और इमरान के साथ मिलकर दिल्ली, हरियाणा से लग्जरी गाड़ियां चुराकर बेच दी थी। उसने पुलिस को यह भी बताया कि इस स्कार्पियों गाड़ी को बेचने के लिए उसने हारून, सलाउद्दीन और इंद्रजीत को अल्फा-1 मैट्रो स्टेशन के नीचे बुलाया था। इस जानकारी पर पुलिस टीम ने अल्फा-1 मैट्रो स्टेशन के नीचे आए हारून, सलाउद्दीन और इन्द्रजीत को गिरफ्तार कर चोरी की ब्रेजा गाड़ी को बरामद कर लिया। फार्चुनर गाड़ी थाना सिविल लाइन गुरूग्राम से 4 मार्च को चोरी हुई। इसकी रिपोर्ट थाना सिविल लाइन गुरुग्राम में दर्ज है। स्कार्पियों गाड़ी सेक्टर-9, गुरुग्राम से 30 मार्च को चोरी हुई थी। ब्रेजा गाड़ी दिल्ली से पहली अप्रैल को चोरी हुई थी।

पहले भी जा चुका है जेल

एडीसीपी ने बताया कि सरफराज, थाना नौचंदी मेरठ से तीन साल पहले वाहन चोरी और बरामदगी के आरोप में जेल जा चुका है। इसके अलावा वह थाना डिडौली अमरोहा से वर्ष 2011-2012 में चोरी के मामले में ही जेल जा चुका है।

दो आरोपी हैं फरार

एडीसीपी ने बताया कि फरमान और इमरान पुलिस की गिरफ्तारी से अभी दूर हैं। उनको दबोचने की कोशिश जारी है। वे जल्दी ही पुलिस की पकड़ में होंगे। उन्होंने कहा कि उनकी गिरफ्तारी के बाद इस गैंग से और भी चोरी के वाहनों की बरामदगी की पूरी संभावना है।

लक्जरी वाहनों के शातिर चोर हैं

एडीसीपी ने कहा कि पकड़े गए और फरार लक्जरी गाड़ियों के चोरी और बेचने का धंधा करने वाले सभी आरोपी  शातिर किस्म के अपराधी हैं। वे गाड़ियां चुराकर तथा चोरों से चोरी की गाडियों को कम दाम में खरीदकर दूरस्थ स्थानों पर ऊंचे दामों में बेचने का अवैध कारोबार करते हैं। गाड़ियों को पुलिस की नजरों से बचाने के लिए फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर रखते हैं। जो वाहन इनके पास से बरामद हुए हैं उन पर भी फर्जी नंबर प्लेट लगे हुए थे। आरोपियों पर विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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