ज्ञापन दियाः किसानों के आंदोलन व उनकी मांगों का किया समर्थन, डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया
इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, एक्टू, यूटीयूसी, टीयूसीआई आदि संगठनों के पदाधिकारी शामिल थे प्रदर्शन व ज्ञापन देने में
ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध नगर जिले में किसान सभा के आह्वान पर पिछले 25 अप्रैल से ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर महापड़ाव (धरना) दे रहे किसानों की मांगों और उनके आंदोलन को समर्थन देने के साथ ही विभिन्न ट्रेड यूनियनों के पदाधिकारियों ने यहां जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर उन्हें ज्ञापन दिया। ज्ञापन में किसानों की मांगों पूरा करने और उनकी समस्याओं के निराकरण की मांग की गई है।
ये संगठन शामिल थे ज्ञापन देने में
मुख्यमंत्री को संबोधित जिला प्रशासन को ज्ञापन देने वालों में इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, एक्टू, यूटीयूसी, टीयूसीआई आदि ट्रेड यूनियनों के पदाधिकारी शामिल थे। ज्ञापन में कहा गया है कि किसान सभा की अगुवाई में ग्रेटर नोएडा के किसान कई ज्वलंत समस्याओं, मांगों के समाधान के लिए 25 अप्रैल से ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर महापड़ाव (धरना) डाले हैं। एक महीने से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी किसानों की मांगों का समाधान आज तक नहीं किया गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन व प्राधिकरण किसानों की मांगों पर गंभीर नहीं है।
वार्ता के जरिये हो समस्याओं का समाधान
ज्ञापन में ट्रेड यूनियनों ने संयुक्त रूप से मांग की है कि किसानों की सभी जायज मांगों, समस्याओं का किसानों के साथ वार्ता कर सम्मानजनक समाधान किया जाए। इसी तरह नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के किसानों की लंबित मांगों और समस्याओं का भी समाधान किया जाए।
चेतावनी भी गई
ज्ञापन में यह चेतावनी भी दी गई है कि यदि शासन और प्रशासन ने किसानों के साथ बलपूर्वक दमनात्मक उत्पीड़न की कार्रवाई की तो जिले की ट्रेड यूनियनें और मजदूर चुप नहीं बैठेंगे। वे किसानों के साथ एकजुटता में अगर जरूरत पड़ी तो जिले का औद्योगिक चक्का जाम कर किसानों के आंदोलन के साथ खड़े हो जाएंगे। इसकी सारी जवाबदेही शासन-प्रशासन की ही होगी।
ये लोग शामिल थे ज्ञापन देने मे
ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन देने वालों में नूर आलम, रितेश झा, उदय चंद्र झा, रामसागर, गंगेश्वर दत्त शर्मा, अमर सिंह, योगेंद्र सिंह चौहान, लता सिंह, राजकरण सिंह, रामस्वारथ, मुकेश कुमार राघव, जितेंद्र कुंडू आदि ट्रेड यूनियन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल थे।