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ज्ञापन दियाः लुहारली समेत आसपास के 46 गांवों के किसान फिर भड़के, टोल कर्मियों पर बदसलूकी का आरोप

ज्ञापन देकर चेतावनी दी, समस्या का समाधान नहीं निकला तो सभी प्रभावित गांवों के किसान मिलकर टोल प्लाजा करेंगे बड़ा आंदोलन

ग्रेटर नोएडा। लुहारली समेत 46 गांवों के खिलाफ फिर टोल प्लाजा कर्मचारियों और प्रबंधन के खिलाफ भड़क गए। उन्होंने एसीपी को ज्ञापन देकर चेतावनी दी है कि यदि समस्या का समाधान नहीं निकला तो किसान बड़ा आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे। ग्रामीण व किसान नेताओं ने पुलिस प्रशासन व टोल मैनेजमेंट को दी चेतावनी नहीं निकला समाधान तो जल्द बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे। किसानों के इस तरह भड़क जाने से पुलिस व टोल प्रबंधन में हड़कंप मच गया।

 

क्या है मामला

ग्रेटर नोएडा के दादरी स्थित लुहारली समेत 46 गांवों के किसान फिर भड़क गए। उनका आरोप है कि लुहारली टोल प्लाजा पर स्थानीय लोगों से भी टोल कर्मचारी टोल की वसूली कर रहे हैं। टोल नहीं देने पर कर्मचारी और टोल प्लाजा का प्रबंधन उनके साथ बदतमीजी से पेश आते हैं। उन्हें झूठे मुकदमों में फंसा देने की धमकी दी जाती है। किसानों का कहना है कि लुहारली टोल प्लाजा के आसपास के 46 गांव के लोग टोल देने से मुक्त हैं। इसका समझौता पहले ही हो चुका है। इस समझौते के विपरीत टोल प्लाजा का प्रबंधन और कर्मचारी उनसे टोल टैक्स मांग रहे हैं। उन्होंने अपना ज्ञापन दादरी क्षेत्र के एसीपी को सौंपा।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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