Greater Noida Big News: बाढ़ में दो लोग बहे, बचाव व राहत में लगी टीमें तलाश में जुटीं
नोएडा में जर्जर मकान की दीवार गिरी, मासूम बच्चे की मौत, तीन लोगों का अस्पताल में इलाज जारी
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के बाढ़ प्रभावित गांव में दो लोग बाढ़ में बह गए। राहत व बचाव कार्य में लगी टीमें और गोताखोर उन्हें ढूंढ़ने की कोशिश में लगे हैं। उधर चर्चा है कि दोनों की मौत हो गई है। उधर, नोएडा के सेक्टर 63 थाना क्षेत्र में एक जर्जर मकान की दीवार गिर जाने से एक छह वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। इसके अलावा तीन लोग दीवार के मलबे के नीचे दब गए उन्हें मलबे से निकालकर उपचार के अस्पताल में भेजा गया है।
कौन हैं बाढ़ में बहने वाले युवक
आज रविवार को थाना दनकौर क्षेत्र के मकन पुर खादर गांव में जो लोग बह गए। उनकी पहचान धीरज (उम्र करीब 21 वर्ष) और संजीत (उम्र लगभग 17 वर्ष) के हुई है। वे यमुना नदी के किनारे बाढ़ के पानी में नहाने गए थे। उनके फोन और कपड़े किनारे पर रखे मिले हैं। दोनों युवकों को एनडीआरएफ की टीम, स्थानीय पुलिस लोकल गोताखोरों की सहायता से उनको पानी में ढूंढ़ने की लगातार कोशिश कर रही हैं।
उधर, गांव के लोगों में चर्चा थी दोनों युवकों की मौत हो चुकी है। उनको बाढ़ में बहे काफी देर हो चुका है लेकिन टीमें उनको खोज नहीं पाई हैं।
जर्जर मकान की दीवार गिरी, बच्चे की मौत
उधर, नोएडा के थाना सेक्टर 63 के वाजिदपुर गांव करीब साढ़े सात बजे एक जर्जर मकान की दीवार गिर गई। इससे दीवार के मलबे में एक बच्चा सहित चार लोग दब गए। उन्हें तुरंत मलबे से निकालकर इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। वहां बच्चे को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अन्य तीन लोगों का इलाज जारी है।
क्या है मामला
आज रविवार को थाना सेक्टर 63 क्षेत्र के ग्राम वाजिदपुर में 7.30 बजे रामवीर यादव ग्राम बहलोलपुर के मकान की दीवार गिर गई है। इस मकान में 6 दुकानें बई हुई हैं। इसके बगल में गली है। गली के बराबर की चहारदीवारी की दीवार अचानक भरभरा कर गई। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि एक तो मकान की दीवार पहले से ही जर्जर थी। ऊपर से बारिश के कारण दीवार और अधिक कमजोर हो गई थी। इस पर मकान के दीवार की मरम्मत कराने के मामले पर मकान मालिक ने कोई ध्यान ही नहीं दिया। वह दीवार आज भरभरा कर गिर गई। दीवार क गिरने से गली से गुजर रहे एक बच्चे सहित चार लोग मलबे में दब गए। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने उन्हें बाहर निकाला। वे लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
इलाज के लिए ले गए अस्पताल
चारों घायलों को मलबे से निकालकर पुलिस ने उन्हें इलाज के लिए पास में ही स्थित फोर्टिस अस्पताल में भेजा। वहां डाक्टर नें बच्चे (उम्र करीब 6 वर्ष को मृत घोषित कर दिया। अन्य तीनों घायल व्यक्तियों का इलाज जारी है। पुलिस ने बच्चे के शव का पंचानामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
हर संभव मदद व रेस्क्यू का दावा
उधर, आज रविवार को जिला गौतमबुद्ध नगर के बाढ़ प्रभावित ग्रामों के परिवारों को सकुशल रेस्क्यू कर उनको सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा कर सभी मूलभूत सुविधाएं एवं स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं उपलब्ध कराने का दावा जिला प्रशासन ने किया है। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा रोजाना बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। वे आज जेवर क्षेत्र एवं जेवर से लगे हरियाणा राज्य के बाढ़ प्रभावित गांवों ग्रामों में गए। वहां एनडीआरएफ की टीम लगातार रेस्क्यू कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का काम कर रही है।
हरियाणा के चार सौ लोगों का किया रेस्क्यू
एनडीआरएफ की टीम ने जेवर से लगे हरियाणा राज्य के बाढ़ प्रभावित ग्रामों से आज सकुशल रेस्क्यू कर लगभग 400 लोगों को बाढ़ राहत केंद्रों में पहुंचाया। वहां पर उनको सभी मूलभूत सुविधाएं, खानपान एवं स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं उपलब्ध कराई जा गई। जिलाधिकारी ने अपने निरीक्षण के दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ की स्थिति पर निरंतर पैनी नजर रखें। अपने सुरक्षा के सभी इंतजाम पहले से ही सुदृढ़ रखें। इसके बाद वे जूनियर हाई स्कूल ग्राम फलैदा बांगर तहसील जेवर में बनाए गए बाढ़ राहत केंद्र में पहुंचे। वहां पर बाढ़ प्रभावित परिवारों को रेस्क्यू कर रखा गया है। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर बाढ़ राहत केंद्र में प्रवास कर रहे लोगों से बाचचीत की। वहां पर मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। बाढ़ राहत केंद्र में रह रहे लोगों ने ने जिलाधिकारी को बताया कि यहां पर सभी मूलभूत सुविधाएं, खानपान तथा स्वास्थ सेवाएं उन्हें मिल रही है। जिलाधिकारी ने बाढ़ राहत केंद्र के नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ राहत केंद्र में प्रवास कर रहे सभी लोगों को रहन सहन, खानपान, पीने योग्य पानी, साफ-सफाई, बिजली तथा मेडिकल संबंधित सेवाएं उपलब्ध कराएं।
जिलाधिकारी ने किया आश्वस्त
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर ग्रामीणों से बातचीत करते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि घबराने की जरूरत नहीं है। जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित ग्रामों से लोगों एवं पशुओं को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में कोई कोताही नहीं बरतेगा। जिला प्रशासन के अधिकारियों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी तथा पुलिस की टीमों के द्वारा निरंतर बचाव व राहत कार्य में लगी हुई हैं। जिलाधिकारी के साथ उप जिलाधिकारी जेवर अभय सिंह, तहसीलदार जेवर विवेक, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारी भी थे।