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Noida News: कुएं पर दो समुदायों का दावा, अप्रिय घटना से निपटने के सुरक्षा बल तैनात

ग्राम शादीपुर छिड़ोली थाना बादलपुर स्थित पुराना कुंए का मामला, अधिकारियों ने दोनों पक्षों को समझाया, शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील

नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट के थाना बादलपुर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम शादीपुर छिड़ोली स्थित एक पुराने कुंए पर दो समुदाय के लोगों ने दावा किया है। इसे लेकर दोनों समुदायों में तनाव है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने घटनास्थल का दौराकर दोनों पक्षों को समझा-बुझा दिया है। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए विवादित स्थान पर सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए गए हैं। फिलहाल स्थित नियंत्रण में है।

 

क्या कहती है पुलिस

इस मामले में पुलिस ने जानकारी दी है कि 7 जुलाई को महेंद्र पाल की देखरेख में ग्राम के पाल समाज और अन्य लोगों ने ग्राम शादीपुर छिड़ोली थाना बादलपुर स्थित पुराना कुआ की लगभग 50 ग़ज़ जमीन पर शिव मंदिर बनाकर शिवलिंग स्थापित करना चाहते हैं। इसका ग्राम शादीपुर छिड़ोली के उसी मोहल्ले में रहने वाले मुस्लिम समाज के लोगों ने विरोध किया। ग्राम शादीपुर छिडोली के वर्तमान ग्राम प्रधान अब्दुल रउफ, इकबाल ने पुराना कुआ के उस स्थान पर मंदिर निर्माण का विरोध किया। इन लोगों ने हिंदू समाज के लोगों से कहा कि ग्राम शादीपुर छिडोली के ग्राम समाज की भूमि में अन्य जगह पर बना लें।

पुलिस ने भरवाया मुचलका

यह मामला जब स्थानीय पुलिस के संज्ञान में आया तब पुलिस ने इस मामले में कानूनी कार्यवाही कर दोनों पक्षों के 36 व्यक्तियों से मुचलका भरवाकर पाबंद कर दिया।

दोनों पक्षों के साथ अधिकारियों ने बैठक की

इसी मामले में 8 जुलाई को एसडीएम दादरी और सहायक पुलिस आयुक्त द्वितीय के नेतृत्व में पुलिस बल के साथ ग्राम शादीपुर छिडोली के ग्राम वासियों के दोनों समुदायों के हुई थी। विवादित पुराने कुए के निकट लगातार दिन-रात पुलिस पिकेट के रूप में पुलिसकर्मी और पीएसी लगा दी गई। इस विवादित स्थान पर पहले से बने मदरसे को अवैध रूप से बना बताकर हिंदू समाज के लोगों ने एसडीएम से शिकायत की थी और मदरसे को हटाने की मांग की थी। 12 जुलाई को एसडीएम दादरी के निर्देशन में पुलिस बल ने ग्राम शादीपुर छिडौली में उस स्थान स्थित मदरसे के ढांचे को अतिक्रमण बताकर हटा दिया था। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने दोनों समुदायों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की थी।

पुलिस अधिकारियों ने फिर किया दौरा

डीसीपी सेंट्रल जोन ने, एडीसीपी सेंट्रल जोन, एसीपी-2 व स्थानीय पुलिस बल के साथ 14 जुलाई को मौके का फिर दौराकर स्थलीय निरीक्षण कर दोनों समुदायों के लोगों से मिल कर सांप्रदायिक सद्भाव एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। मौके पर पर्याप्त पुलिस बल और पीएसी के जवान तैनात हैं। पुलिस अधिकारियों ने बादलपुर के थाना प्रभारी निरीक्षक को इस स्थल की निरन्तर निगरानी करने और सतर्कता बरतने निर्देश दिए हैं।

अनुमति ही धार्मिक स्थल बनाया जा सकेगा

इस मामले में अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि विवादित कुएं वाले स्थान पर पहले कभी जल नहीं चढ़ाया गया था। इस स्थान पर प्रशासन की अनुमति के बाद ही कोई नया धार्मिक स्थल बनाया जा सकेगा। कुछ लोगों ने इस स्थान को लेकर कानून व्यवस्था तथा सांप्रदायिक माहौल को खराब करने का प्रयास कर जबरदस्ती जल चढ़ाने का प्रयास किया जा रहा था, ऐसा करने से पुलिस ने मना कर दिया था। इस पर कुछ लोगों ने पुलिस से अभद्रता करने की कोशिश भी की थी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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