इन 15 दिनों में करें ये दान, जीवन में होंगे तेजी से बदलाव
नोएडा : पितृ पक्ष में दान का भी बहुत महत्व है, मान्यता है कि दान से पितरों की आत्मा को संतृष्टि मिलती है। इसके साथ ही कालसर्प दोष और पितृ दोष भी समाप्त होता है। पहले के समय में तो कई तरह के दान किए जाते थे जैसे गौ-दान, भूमिदान, स्वर्ण दान और चांदी दान पर अब ये संभंव नहीं है। श्राद्ध पक्ष में अन्न दान तो करते ही हैं। इसके अलावा भी कुछ प्रमुख दान हैं। चलिए जानते हैं।
जूते-चप्पल का दान करेगा कल्याण
पूर्वजों को उनकी आत्मा शांति के लिए जूते या चप्पलों का दान करने से पित्र प्रसन्न होते हैं। ऐसा करने से घर में सुख-शांति और खुशहाली आती है। शनि और राहु दोष भी समाप्त हो जाता है।
वस्त्र दान है महादान
जिसे भी आप भोजन करवा रहे हैं। उसे जूते चप्पल के अलावा वस्त्रों का दान भी जरूर करें। वस्त्र दान में आप धोती, टोपी या उत्तरीय (गमछा) दे सकते हैं।
छाता दान से बनी रहती है पितरों की छत्र छाया
श्राद्ध-कर्म में और मनुष्य की मृत्यु के बाद ग्यारहवें दिन और शय्यादान में छाता और जूता दान करने की प्रथा है। मान्यता है कि यममार्ग में पितरों की छाते से ग्रीष्म के ताप और वर्षा से रक्षा होती है।
गौ-दान से कर देता है सारे पापों से मुक्त
इस दान को करने से मुक्ति की प्राप्ति होती है। जातक इस दान को संकल्प से प्रतिकात्मक रूपस से भी कर सकता है।
काला तिल दान सुधार देंगे गृह
काले तिलों का दान करने से आपको ग्रह और नक्षत्र बाधा से मुक्ति तो मिलती है इसके साथ ही यह दान संकट, विपदाओं से रक्षा करता है।
नमक का दान बाधा से करेगा मुक्त
नमक का दान करने से प्रेत बाधा और आत्माओं से आपको मुक्ति मिलती