कुत्ते को लेकर जंग का मैदान बना थाना, महिला वकील और NGO ने आपस में भिड़ मचाया कहर
लखनऊ: लैब्राडोर नस्ल के डॉगी को लेकर थाने के भीतर विवाद हो गया। दोनों पक्षों के डॉगी को अपना-अपना बताने को लेकर स्थिति अत्यधिक विस्फोटक हो गई। एनजीओ के समर्थन में सेना के अफसर और जवान भी पहुंचे। देर रात तक चली पंचायत में अब कुत्ते का डीएनए करने का फैसला लिया गया है। दरअसल राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर के विज्ञान खंड हासेमऊ में रहने वाली वकील रंजन श्रीवास्तव का कहना है कि तकरीबन 1 साल पहले उन्होंने अपने परिचय से लैब्राडोर दोगी लिया था। बुधवार की रात उनका डागी चोरी हो गया। शुक्रवार को उक्त कुत्ते के चिनहट के लोले गांव में पोस्ट यूनाइटेड फाउंडेशन के शेल्टर होम में होने की जानकारी प्राप्त हुई।
कुत्ता चोरी की शिकायत थाने में दर्ज
इस बात का पता चलते ही उनकी बेटी और बेटा शेल्टर होम से उक्त डॉगी को ले आए। महिला वकील ने एनजीओ की संचालक शिवानी सिंह, ओमान खान एवं कुछ अन्य पर कुत्ता चोरी और बदला करने का आरोप लगाते हुए जब चिनहट थाने में तहरीर दी। तहरीर के बाद एनजीओ से जुड़े लोग भी थाने में पहुंच गए और महिला वकील की बेटी पर जबरिया कुत्ता उठाकर लाने का आरोप लगाया। एनजीओ का कहना था कि उन्होंने 19 अप्रैल को सदर थाना क्षेत्र के सोमनाथ द्वार के पास से उक्त कुत्ते का रेस्क्यू किया था जिसे शेल्टर होम से जबरन उठाने पर सेवा की एस्कर की लेफ्टिनेंट कर्नल वर्षा को भी सूचना दी थी।
कुत्तों को लेकर थाने में आपस में भिड़े दो पक्ष
एक कुत्ते को लेकर थाने के भीतर दो पक्षों को आपस में भिड़ते हुए देखकर लोगों की भारी भीड़ मौके पर जमा हो गई और हंगामा शुरू हो गया। देर रात तक चली पंचायत में जब कोई फैसला नहीं निकला तो महिला वकील ने कुत्ते के डीएनए की जांच करने की मांग उठा दी। जिसके चलते अब जांच कराई जा रही है। इंस्पेक्टर आलोक राव का कहना है कि इसके पक्ष में पुख्ता और सही साक्ष्य होंगे, अब कुत्ता उसी के सुपुर्द किया जाएगा।