सिलक्यारा टनल से बाहर निकालने में यूपी के श्रामिकों ने भी निभाई अपनी भूमिका, सरकार करेगी सम्मानित
उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे हुए 41 मजदूरों को 17वें दिन यानी मंगलवार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। टनल से बाहर आए मजदूरों ने खुली हवा में सांस ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिलक्यारा टनल से आए मजदूरों से बात की और सकुशल वापसी पर सीएम धामी को फोन कर शुभकामनाएं दीं।
वीके सिंह भी रहे मौजूद
इस पूरे आपरेशन के दौरान केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह भी उत्तरकाशी में मौजूद रहे और पल—पल आॅपरेशन पर नजर रखी। प्रधानमंत्री की भी निरंतर नज़र रही। प्रधानमंत्री ने 2014 के बाद एक गारंटी दी है कि कोई भी कहीं फंस जाएगा तो हमें उसे बाहर निकालना है। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा, “यह ऑपरेशन अलग था, कई बाधाएं आईं।
टनल में फंसे मजदूरों को निकालने में सेना, एनडीआरएफ, सीआरपीएफ, पुलिस—प्रशासन के अलावा देश की अन्य विभिन्न एजेंसियों व अन्य ईकाईयोंं ने अपनी भूमिका निभाई। वहीं, बुलंदशहर के श्रामिकों ने मजदूरों को निकलवाने में निभाई अपनी भूमिका
टनल में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के अभियान में बुलंदशहर के पांच श्रामिकों ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई। बुलंदशहर के थाना क्षेत्र अख्तियारपुर के रहने वाले देवेंद् मानू जतिन सौरभ के रहने वाले गांव के लोग उत्तराखंड टनल ऑपरेशन के लिए बुलाए गए थे। परिवार के लोगों ने बताया रविवार की देर रात उत्तराखंड से टीम आई थी और पांचो लोगों को अपने साथ ले गई। जिसके बाद दो लोग अंदर गए और तीनों ने बाहर से मदद की।
एक मजदूर की बहन धर्मावती और अन्य के परिवार के लोगों ने बताया कि बताया कि उत्तराखंड से टीम बुलंदशहर आई थी और बुलंदशहर से पांच लोगों को लेकर गई जिन लोगों ने उत्तराखंड में चल रहे टनल ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड सरकार पांचों मजदूरों को भी सम्मानित करेगी।