Uttar Pradesh : योगी कार्पोरेशन नाम से फर्जी संस्था बनाकर भाजपा नेताओं को ठगा, गोरखनाथ के एड्रेस पर ही संस्था का कराया रजिस्ट्रेशन
Uttar Pradesh : गोरखपुर में योगी कार्पोरेशन नाम से फर्जी संस्था बनाकर भाजपा नेता को ठगने का मामला सामने आया है। ठगों ने गोरखनाथ के एड्रेस पर योगी कार्पोरेशन नाम से फर्जी संस्था का रजिस्ट्रेशन कराया। ठग हर्ष चौहान उर्फ योगी हर्षनाथ और केदारनाथ अग्रहरी उर्फ योगी केदारनाथ ने गोरखपुर मठ के एड्रेस पर संस्था रजिस्टर्ड कराई। उसका नाम रखा “योगी कॉर्पोरेशन ग्रुप ऑफ इंडिया” रखा। दोनो ने लोगों को पद बांटने शुरू कर दिए। जनता दर्शन में योगी से मिलवाने के नाम पर ठगी शुरू कर दी। इनके चंगुल में कानपुर की BJP नेत्री भी फंस गईं। गोरखपुर पुलिस ने दोनों ठगों को गिरफ्तार कर लिया हैं।
ठगों ने 13 दिसंबर को ही संस्था की शुरूआत
खास बात यह भी है कि ठगों ने 13 दिसंबर को ही संस्था की शुरूआत की थी। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि एमएसएमई पोर्टल पर उसने संस्था का रजिस्ट्रेशन कराया था। पुलिस जांच में सामने आया है कि सदस्य और पदाधिकारी बनाने के नाम पर काफी लोगों से वह जालसाजी कर चुका है। सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को शिकार बनाते थे। लोगों में भरोसा जताने के लिए दोनों ने अपनी संस्था योगी कारपोरेशन ऑफ इंडिया का पता गोरखनाथ मंदिर दिया था। ये लोग खुद को मंदिर का करीबी व्यक्ति बताते हुए प्रार्थनापत्र लेकर काम कराने का दावा करते थे। जिसके नाम पर वसूली भी करते थे।
भाजपा नेत्री ने दर्ज कराया मुकदमा
फर्जी संस्था बनाकर ठगी करने वाले आरोपियों के खिलाफ सचंडी के गढ़ी भीमसेन की रहने वाली रंजना सिंह ने जालसाजी का केस दर्ज कराया है। रंजना भाजपा में मंडल मंत्री हैं। इन्हें रोजगार सेवक व्हाट्सएप ग्रुप पर एक लिंक मिला। जिससे रंजना जुड़ गई। रंजना ने बताया कि कुछ दिन बाद ग्रुप के संयोजक केदारनाथ ने फोन कर आधार की कॉपी, फोटो और रुपये की मांग की। महिला नेता को बताया गया कि उन्हें इस ग्रुप का कानपुर नगर का प्रभारी बनाया जा रहा है। ग्रुप में योगी नाम का इस्तेमाल किया गया था, लिहाजा भरोसा करके उन्होंने दस्तावेज भेज दिया, जिसके बाद कानपुर ग्रामीण प्रभारी के नाम से उनका पहचान पत्र व्हाट्सएप ग्रुप पर संस्था ने भेज दिया।