कोविड एक्सपर्ट बोले— घबराएं नहीं, सावधानी बरतने की दी सलाह, उत्तर प्रदेश डिप्टी सीएम ने दिया यह बयान
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेडकर ने बताया कि अब समय आ गया है कि जनता को कोविड-19 मामलों में वृद्धि से आश्चर्यचकित होना बंद करना चाहिए। कोरोनोवायरस को अपनी जीवनशैली का एक स्थायी हिस्सा मानना चाहिए। उन्होंने कहा कि “वृद्धि अनिवार्य रूप से होगी, लेकिन अधिकांश मामलों में, घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने सलाह दी कि “बुजुर्गों या मौजूदा स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों को अब तक यह समझ लेना चाहिए कि एक बार मामले बढ़ने के बाद उन्हें अपनी जीवनशैली के हिस्से के रूप में अपनी सुरक्षा रणनीति को उन्नत करने की आवश्यकता है”। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार को भारत में 594 नए कोविड-19 संक्रमण दर्ज किए गए, जिसके साथ सक्रिय मामलों की संख्या पिछले दिन के 2,311 से बढ़कर 2,669 हो गई।
गंगाखेडकर के अनुसार, अमेरिका में, जेएन.1 वैरिएंट ने कुल मामलों में से 31 प्रतिशत को संक्रमित किया है, जिसका मतलब है कि लगभग हर तीन व्यक्तियों में से एक। इस वैरिएंट का पहली बार सितंबर में संयुक्त राज्य अमेरिका में पता चला था और अब तक लगभग 40 देशों में इसे संक्रमित हो चुके है। उन्होंने सलाह दी कि जो लोग कमजोर या जोखिम वाले समूह में आते हैं, उन्हें अपना ख्याल रखना सीखना चाहिए और तुरंत कोविड-19-उचित व्यवहार का पालन करना शुरू करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश में तीन केस आए सामने
नोएडा, गाजियाबाद के साथ लखनऊ में एक—एक कोरोना का केस सामने आ चुका है। राज्य में कोविड की स्थिति पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि “घबराहट पैदा करने की कोई जरूरत नहीं है।.एक या दो मामले हैं और उनका इलाज उनके घरों पर किया जा रहा है। यह सामान्य सर्दी की तरह फ्लू है। लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है लेकिन चिंता करने की जरूरत नहीं है।