Big Breaking : एंटी ड्रोन कैमरों से होगी अयोध्या की निगरानी…सीसीटीवी से लैस होगा पूरा शहर, SPG—NSG कमांडों होंगे तैनात
Big Breaking Ayodhya : अयोध्या में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके अलावा देश के वीवीआईपी, वीआईपी, नेता और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। ऐसे में अयोध्या शहर की सुरक्षा को लेकर विशेष प्रबंध किए गए हैं। एंट्री ड्रोन और सीसीटी कैमरे द्वारा निगरानी कराई जा रही है। वहीं, एसपीजी भी प्रधानमंत्री के आगमन को दखते हुए सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेगी। एनएसजी कमांडों को तैनात किया जाएगा।
अयोध्या में 10,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर स्पेशल डीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा, सुरक्षा को देखते हुए ऐसे उपकरणों का प्रयोग किया गया है जो कि अत्याधुनिक हैं और पुलिस के कार्यों में मददगार होंगे।
अयोध्या में राम मंदिर में मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने अयोध्या में महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की सुरक्षा संभाल ली। हवाई अड्डे का उद्घाटन 30 दिसंबर को पीएम मोदी ने किया था, 23 जनवरी से जनता के लिए नया मंदिर परिसर खुलने के बाद यात्रियों की भारी आमद होगी।
सीआईएसएफ कर रही मंदिर परिसर में ट्रायल
इस बीच, मंदिर परिसर में सुरक्षा विवरण से अवगत अधिकारियों ने कहा कि 22 जनवरी तक, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) उत्तर प्रदेश के विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) के साथ संयुक्त रूप से परिसर की सुरक्षा करेगा। सीआरपीएफ की एक बटालियन, जिसमें लगभग 1100 शामिल हैं, वर्तमान में राम मंदिर की सुरक्षा के लिए तैनात है। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए एक टीम भी तैनात रहेगी।
22 जनवरी को अभिषेक समारोह से पहले, दोनों सेनाएं मंदिर परिसर के अंदर मॉक ट्रायल कर रही हैं, विशेष रूप से उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं जहां श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होगी। SSF का गठन 2020 में CISF की तर्ज पर किया गया था और यह उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करता है। एसएसएफ के जवानों को अर्धसैनिक बलों द्वारा प्रशिक्षित किया गया था।