Ayodhya News : अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर ये क्या बोल गए बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री? कहा-जाति का जहर… Video
Ayodhya News : अयोध्या में 500 सालों के लंबे इंतजार के बाद सोमवार को मंदिर श्रीराम भगवान की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह का समापन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनुष्ठानों करने के साथ हुआ। पूजा समारोह के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे। प्राण प्रतिष्ठा वैदिक मंत्रों के उच्चारण और वाद्य यंत्रों के वादन के साथ संपन्न हुई। राम लला की मूर्ति का अनावरण होते ही भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के हेलिकॉप्टरों ने अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में फूलों की वर्षा की। समारोह आयोजित होने पर भक्तों और मेहमानों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए।
अयोध्या धाम में श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का दिव्य क्षण हर किसी के लिए भावनात्मक क्षण रहा है। ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश के सभी प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदायों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर बागेश्वर धाम सरकार के आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने “जाति का जहर खत्म होगा क्योंकि राम शबरी के थे, राम वाल्मिकी के थे, राम सबके हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा समारोह के बाद एक बच्चे के साथ एक सुखद पल साझा किया और लोगों का अभिवादन किया। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई है। 500 वर्षों से अधिक का इंतजार खत्म हो गया है। रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम लला की आरती की। प्रधानमंत्री ने पहले 11 दिवसीय अनुष्ठान किया था, उन्होंने ही ‘प्राण प्रतिष्ठा’ अनुष्ठान का नेतृत्व किया, जो भगवान विष्णु की प्रार्थना के साथ शुरू हुआ।
श्रीराम ने किया भावुक
अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने कहा, प्रभु श्रीराम ने भावुक कर दिया। उनकी छवि बहुत प्यारी है। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान रवींद्र जडेजा, पीटी उषा, रजनीकांत, कुमार मंगलम बिड़ला, मुकेश अंबानी, सुमित्रा महाजन, अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, अनिल अंबानी, रामभद्राचार्य जी महाराज, साध्वी ऋत्तुभरा, स्वामी अवधेशानंद गिरिजी की हमाराज, मोरारी बापू, रामदेव, श्रीश्री रविशंकर, उमा भारती, पुण्डरीक गोस्वामी जी, साध्वी ऋतंभरा आदि मौजूद रहे।