आज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवस
वर्ष 1999 में मनाने की हुई थी शुरूआत
नोएडा। फायरफाइटर्स यानि अग्निशामक समुदाय और पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए यथासंभव प्रयास करते हैं। हर साल विश्व स्तर पर 4 मई को अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत वर्ष 1999 में हुई थी। तब से लगातार अग्निशामकों के बलिदानों को चिन्हित और उन्हें सम्मानित करने के लिए यह दिन मनाया जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का मुख्य उद्देश्य फायर फाइटरों को सम्मान और धन्यवाद देना है, जो अपनी जान दांव पर लगाकर लोगों और वन्य जीवों की जान आग से बचाते हैं। इस साहसिक काम में कई अग्निशामकों की मौत भी हो जाती है।
इस दिन को पहली बार वर्ष 1999 में बनाया गया था। दरअसल, 2 दिसंबर 1998 को, एक दुखद घटना ने लिंटन समुदाय, ऑस्ट्रेलिया और दुनिया को हिला कर रख दिया। आज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसआज के दिन मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय दिवसऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में मेलबर्न शहर के लगभग 150 किलोमीटर पश्चिम में लिंटन में अग्निशामक, एक बड़े जंगल की आग को बुझाने को गए थे। इस टीम के पांच सदस्य की विपरीत दिशा में हवा बहने से आग में झुलसकर कर मौत हो गई थी। इनके सम्मान में हर साल 4 मई को अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस मनाया जाता है।