द्वारका एक्सप्रेसवे पर चलने से पहले जान लें ये खासियत और नियम
दिल्ली/नोएडा : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में बन रहा द्वारका एक्सप्रेसवे बहुत वजहों से ख़ास है।इस पर चलने से पहले जान लें कि कैसे ये एक्सप्रेस वे दूसरे एक्सप्रेस वे से अलग है। हरियाणा के गुरुग्राम में पड़ने वाले 19 किलोमीटर के हिस्से को आज जनता को समर्पित कर दिया जायेगा, लेकिन जून माह में दिल्ली में पड़ने वाले हिस्से को जून में जनता को समर्पित कर दिया जायेगा।
चार हिस्सों में विभाजित है एक्सप्रेसवे
एक्सप्रेसवे को चार हिस्सों में विभाजित किया गया है। इसमें पहला हिस्सा महिपालपुर के पास शिव मूर्ति से द्वारका तक जोड़ता है। दूसरा द्वारका अर्बन एक्सटेंशन रोड (यूईआर) से बजघेरा तक जोड़ता है। तीसरा हिस्सा बजघेरा से बसई रेल ओवरब्रिज (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) है। चौथा हिस्सा बसई आरओबी से खेड़की दौला तक है। इसमें गुरुग्राम में पड़ने वाले राजमार्ग के हिस्से में क्लोवरलीफ इंटरचेंज शामिल है, यह दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस वे (एनएच -48) और खेड़की दौला के पास दक्षिणी पेरिफेरल रोड (एसपीआर) को जोड़ेगा।
आईजीआई एयरपोर्ट के बीच कनेक्टिविटी होगी बेहतर
द्वारका एक्सप्रेसवे एक्सप्रेसवे के आरंभ होने से गुरुग्राम और दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी। साथ ही इस परियोजना में सड़क परिवहन की चार श्रेणी जोकि टनल, अंडरपास, फ्लाईओवर तथा फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर होंगे।
हरियाणा वाले हिस्से में इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 18.9 किलोमीटर तथा दिल्ली वाले क्षेत्र में 10.1 किलोमीटर है। इस एक्सप्रेसवे के आरंभ होने से न केवल गुरुग्राम बल्कि एनसीआर क्षेत्र में सड़कों के ढांचागत तंत्र को नया विस्तार मिलेगा। जिसका लाभ इस क्षेत्र के नए सेक्टरों में रहने वाले लोगों को भी होगा।
देश का पहला 8 लेन का एलिवेटेड एक्सप्रेसवे
लगभग 9000 करोड़ रुपये की लागत से देश का पहला 8 लेन का एलिवेटेड एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। जिसमें 9 किलोमीटर लंबाई में सिंगल पिलर पर आठ लेन का 34 मीटर चौड़ा एलिवेटेड रोड भी है जोकि देश में अपनी तरह का पहला एलिवेटेड रोड है। हरियाणा में यह एक्सप्रेसवे पटौदी रोड (एसएच-26) में हरसरू के पास और फर्रुखनगर (एसएच-15 ए) में बसई के पास मिलेगा।
दिल्ली-जयपुर हाईवे पर वाहनों का दबाव कम होगा
द्वारका एक्सप्रेसवे शुरू होने से दिल्ली-जयपुर हाईवे पर वाहनों का दबाव कम होगा। अभी वाहनों के दबाव के कारण सरहौल बॉर्डर समेत खेड़कीदौला तक कई जगहों पर लोगों को रोजाना जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। द्वारका एक्सप्रेसवे खुलने से हाईवे पर वाहनों का दबाव कम होगा और लोगों को जाम से राहत मिलने की उम्मीद है।