Big Breaking : नोएडा में कागज़ों में बिक रही है प्रॉपर्टी, 2250 निवेशक पजेशन को सड़क पर, प्राधिकरण की स्कीम भी सुरक्षित नहीं
नोएडा : नोएडा में अगर आप प्रॉपर्टी ले रहे हो तो थोड़ा सचेत हो जाइए। क्योंकि प्राधिकरण की योजना भी सुरक्षित नहीं है। सरकारी स्कीम में पैसा डालने के बाद ज़रूरी नहीं है कि आपकी प्रॉपर्टी आपको मिल जाए। जी हाँ नोएडा में कागजों में प्रॉपर्टी बिकती चली गयी। प्राधिकरण और सरकार की झोली भी भर गयी लेकिन निवेशक अब पजेशन को सड़क पर है। जीवन भर की कमाई उन्होंने प्लाट लेने में लगा दी और नोएडा प्राधिकरण करीब 2250 प्लाट मालिकों को पजेशन नहीं दे पाया है।
2250 प्लाट कई बार कागज़ पर बिके
लगभग 2,250 प्लॉटों की रजिस्ट्रियां लगभग आठ साल पहले की गई थीं और भौतिक कब्ज़ा न मिलने से करीब 15,000 लोग प्रभावित हो रहे हैं। भीषण गर्मी के बावजूद, प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण और दृढ़ रहे, बैनर और तख्तियां लेकर नारे रविवार को लगाते रहे। प्रदर्शनकारियों ने सेक्टर में प्लाट के साइट पर एक अनोखा “विरोध-भोजन” किया। यह विरोध नोएडा पुलिस, जिला प्रशासन और नोएडा प्राधिकरण को सूचित करने के बाद आयोजित किया गया। लेकिन पुलिस और ख़ुफ़िया विभाग के अलावा कोई भी नोएडा अथॉरिटी का अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
प्राधिकरण के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन
सेक्टर 145 की रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के नेतृत्व में रविवार को प्लाट मालिकों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने विकास कार्य की धीमी गति और प्लॉटों के हस्तांतरण के लिए समयसीमा की कमी को उजागर किया। उन्होंने पिछले आश्वासनों के बावजूद प्रगति की कमी पर भी निराशा व्यक्त की।
आठ साल से लोन भर रहे है प्लाट मालिक
आठ साल से एक एक प्लाट करीब छह से सात बार बिक चुका है। नोएडा प्राधिकरण की पजेशन देने की कोई योजना नहीं है। डॉक्टर दीपक कुमार ने बताया कि लोन की किश्त अभी तक भर रहे है, लेकिन पजेशन का कुछ पता नहीं है। हर्षवर्धन ने बताया कि नोएडा ऑथिरिटी के प्लाट भी अब सुरक्षित नहीं है। प्लाट पर अभी तक कब्ज़ा हमें नहीं मिला है। हम सभी ने आज प्राधिकरण के खिलाफ प्रदर्शन किया है अगर हमारी सुनवाई जल्दी नहीं हुई तो हम प्राधिकरण के गेट पर धरना प्रदर्शन करेंगे।
प्रदर्शन में ये रहे शामिल
आरडब्ल्यूए, सेक्टर 145, नोएडा के अध्यक्ष एड.लाटसाहब लोहिया,बेगराज गुर्जर, सुभाष भाटी, नवीन गोयल, कमल द्विवेदी, आशीष प्रकाश, हर्ष सक्सेना, पूनम, सुमन रावत, रविकांत, सत्येंद्र बिष्ट, गौरव शर्मा, विनोद कुमार सहित कई निवेशक शामिल थे।