शर्मनाक : सीए भाई के साथ मिलकर नैनीताल बैंक को 17 करोड़ की चपत लगाने वाला दादरी का भाजुयमो अध्यक्ष निकला, पार्टी ने साधी चुप्पी
नोएडा (फेडरल भारत न्यूज) : नोएडा में नैनीताल बैंक का सर्वर हैक करके 17 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाला युवक दादरी का भाजयुमो का नगर अध्यक्ष हर्ष बंसल निकला। उनसे अपने चार्टर्ड अकाउंटेट भाई शुभम बंसल के साथ मिलकर इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया। ‘पार्टी विद ए डिफरेंस’ का दावा करने वाली भाजपा में किस तरह अपराधियों को पनाह मिल रही है, यह घटना इसका प्रमाण है। हैरानी की बात है कि पुलिस ने भी गिरफ्तारी के वक्त इस तथ्य को जानबूझकर छिपाए रखा कि बैंक को चूना लगाने वाला कोई और
साइबर थाना पुलिस ने भी छिपाई हर्ष की हकीकत
नोएडा के साइबर क्राइम थाने की टीम ने चार दिन पहले नैनीताल बैंक का सर्वर हैक करके बैंक को 16 करोड़ 95 लाख रुपये की ठगी के आरोप में दादरी भाजयुमो अध्यक्ष हर्ष बंसल को गिरफ्तार किया था। इस मामले में साइबर पुलिस ने गाजियाबाद के लोहा मंडी में स्थित उसके भाई शुभम बंसल की चार्टर्ड अकाउंटेंट की फर्म शुभम एसोसिएट्स को सील कर दिया था। शुभम बंसल फरार बताया जाता है, जिसकी तलाश में साइबर थाने की पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस ने इस मामले के खुलासा करने के लिए अपनी पीठ थपथपाई, लेकिन मीडिया से चर्चा के दौरान इस तथ्य को जानबूझकर नजरअंदाज कर दिया था कि पकड़ा गया साइबर अपराधी कोई और नहीं भाजयुमो का नगर अध्यक्ष है।
कैसे दिया था घटना को अंजाम
भाजयुमो अध्यक्ष हर्ष बंसल और उसका भाई सीए शुभम बंसल ने मिलकर बैंकों से 30 करोड़ रुपये से अधिक की ट्रांसजेक्शन की थी। यह दोनों भाई मिलकर ब्लैकमनी को को व्हाइट मनी करने के साथ ही बैंकों से भी धोखाधड़ी में माहिर थे। हर्ष और उसके भाई ने मिलकर नैनीताल बैंक के आरटीजीएस(रियल टाइम ग्रास सेटलमेंट) चैनल को हैक करके 16.95 करोड़ की चपत लगाई थी। इस घटना की रिपोर्ट पिछले माह साइबर थाने में दर्ज कराई गई थी। छानबीन के दौरान इस घटना की परतें खुलती चलीं गईं और पुलिस ने हर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया।
कर्ज में डूबा था हर्ष बंसल
एसीपी साइबर क्राइम विवेक रंजन राय ने बताया था कि हर्ष कर्ज में डूबा हुआ था। और उसने कर्ज उतारने के लिए भाई और अन्य लोगों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। उसे छह लाख रुपये हिस्से के रूप में मिले थे। विवेक रंजन राय का कहना कि हर्ष के भाई समेत अन्य संलिप्त को गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।
हर्ष की करतूत से भाजपा खामोश
इस घटना के बाद भाजपा के दामन पर दाग लग चुका है। यह भी पता चल रहा है कि कैसे घटना को अंजाम देने के लिए राजनीतिक गठजोड़ का इस्तेमाल किया जा रहा था। इस संबंध में भाजपा की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। कहा जा रहा है कि हर्ष को पिछले साल पार्टी गतिविधियों में संलिप्तता के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था, लेकिन इसकी कोई अधिकृत सूचना नहीं है। जानकारों का कहना है कि इस वर्ष हुए लोकसभा चुनावों में वह काफी सक्रिय रहा था। उसका एक पोस्टर भी जारी हुआ है, जिसमें प्रधानमंत्री की तस्वीर लगी है और भाजपा का स्लोगन लिखा है फिर एक बार मोदी सरकार।