कोनरवा का ग्रेनो प्राधिकरण को खुला खत : FAR बढ़ाने का प्रस्ताव घातक साबित होगा, बढ़ेंगी मुसीबतें
ग्रेटर नोएडा (फेडरल भारत नेटवर्क) : FAR(Floor area ratio) बढ़ाने के ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के प्रस्ताव का व्यापक विरोध शुरू हो गया। कोनरवा ने ग्रेनो प्राधिकरण सीईओ को पत्र भेजकर FAR बढ़ाए जाने पर घोऱ आपत्ति दर्ज कराते हुए इसे प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2021 और 2031 का उल्लंघन करार दिया है।
कोनरवा अध्यक्ष पीसी जैन ने ग्रेनो प्राधिकरण के सीईओ को भेजे पत्र में उल्लेख किया है कि मास्टर प्लान वर्ष 2021 व 2031 में सभी क्षेत्र आवासीय, व्यवसायिक, ग्रुप हाउसिंग, ओद्योगिक भूखंण्डों का क्षेत्रफल तथा आबादी घनत्व तथा इन्फ्रास्ट्रक्चर, सड़कों की चौड़ाई, खुला एवं हरित क्षेत्र पूर्व में ही निर्धरित है। ऐसे में FAR बढ़ाने का निर्णय अनुचित है।
पत्र में उल्लेख किया गया है कि मास्टर प्लान में सिर्फ जनहित को ध्यान में रखकर विशेष परिस्थितियों में ही परिवर्तन किया जा सकता है। सिर्फ आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से इसे बढ़ाना अमान्य है। पीएस जैन ने कहा कि प्राधिकरण के पास काफी वितीय संसाधन हैं। यदि धन की आवश्यकता है तो प्राधिकरण द्वारा प्रदेश के अन्य विभागों को दिया गया लोन वापस लेने की की कारवाई करनी चाहिए।
शहर में आबादी का घनत्व अधिक होने से समस्या विकट
शहर में पहले से ही आबादी का घनत्व अधिक है और लोगों का अनेक समस्याओं से रूबरू होना पड़ रहा है। जैसे ट्रैफिक जाम, प्रदूषण, बिजली, अतिक्रमण, पार्किंग, शत-प्रतिशत शुद्ध पेयजल की आपूर्ति 48 वर्ष में भी नहीं हो पाई, सीवरेज सिस्टम भी आवश्यकता के अनुसार नहीं है, जिसके कारण प्रति वर्ष अनेक स्थानों पर जलभराव हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्लान अप्रूव होने के बाद FAR नहीं बढ़ाया जाना चाहिए।
बिल्डरों द्वारा घोषित फ्लैट स्कीम के बाद प्राधिकरणों के द्वारा FAR बढाये जाने पर टावरों के ऊपर अतिरिक्त फ्लैट बनाए जाएंगे जो कि इन्फरास्ट्रेक्चर का डिजाइन करते समय प्लानिंग में नहीं होता है। इससे टावरों की फाउंडेशन पर अतिरिक्त बोझ बढेगा। इसके अतिरिक्त यदि बिल्डरो द्वारा बढ़े FAR की पूर्ति के लिए अतिरिक्त टावर बनाया गया तो भूखंड के साइज का ओपन ऐरिया रेशियो कम करके आबादी का घनत्व बढ़ जाएगा। जिससे ओपन व ग्रीन क्षेत्र भी मानको से कम हो जाएगा। जैन ने आमदमी के लिए प्राधिकरण से अन्य उपाय अपनाने का अनुरोध किया है।