नये टाप-10 माफियाओं को चिह्नित कर कार्यवाही करें पुलिस अधिकारी
मातहत अधिकारियों की हुई बैठक में पुलिस कमिश्नर ने दिए निर्देश
नोएडा। गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने यहां पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने पुलिस अधिकारियों को अपराधियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।
रविवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय सेक्टर 108 हुई बैठक में उन्होंने 25 मार्च से 100 दिन तक लगातार विशेष अभियान चलाकर अपराधियों/ माफियाओं/ गैंगस्टर के विरूद्ध की गई कार्यवाही की उन्होंने समीक्षा की। बैठक में जानकारी दी गई कि कमिश्ररेट गौतमबुद्धनगर में अपराधियों/माफियाओं/गैंगस्टर के विरूद्ध कार्यवाही कर 6 मामलों में 6 करोड़ 9 लाख 55 हजार रूपये की संपत्ति जब्त की गई। इसी प्रकार 71 विभिन्न माफियाओं (भू/खनन/शराब माफिया सहित) कमिश्नरेट के टॉप-10 अपराधियों में से 198 के विरुद्ध गिरफ्तारी के साथ गुंडा व गैंगस्टर एक्ट में कार्यवाही कर 3 करोड़ 72 लाख 25 हजार रूपये की अवैध सम्पत्ति जब्त की गई है।
बैठक में पुलिस कमिश्रर द्वारा आगे की रणनीति पर विस्तृत चर्चा करते हुए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि कि जिन टॉप-10 अपराधियों पर कार्यवाही की जा चुकी है उनके स्थान पर नए टॉप-10 अपराधी चिन्हित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि दोपहिया वाहनों पर तीन सवारी चलने वाले लोगों के विरूद्ध विशेष अभियान चलाकर नियमानुसार कार्यवाही करने साथ ही भीड़-भाड़ व छोटे बाजारों में अतिक्रमण के कारण समस्या उत्पन्न होती है। यदि ऐसे स्थानों पर आग लगने की सूचना मिलती है तो अतिक्रमण के कारण फायर बिग्रेड की गाड़ियों को वहां पहुंचने में व्यवधान उत्पन्न होता है इसलिये ऐसे स्थानों से अतिक्रमण हटाने व यातायात को सुचारू करने के निर्देश उन्होंने डीसीपी ट्रैफिक को दिए।
उन्होंने मुख्य अग्निशमन अधिकार (सीएफओ) को निर्देश दिए कि ऐसे परिसर/संस्थान जो बिना एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) या जिनमें फायर बचाव संबधित उचित प्रबंध नहीं हैं उनके विरुद्ध कार्यवाही करें और उस परिसर/संस्थान/भवन को सील करें। गैंगस्टरों/ माफियाओं द्वारा अर्जित अवैध सम्पत्ति की अधिक से अधिक जब्तीकरण हो। बैठक में शामिल संयुक्त अभियोजन निदेशक को ऐसे मामलों में समीक्षा करने के लिए कहा गया जिनमें विशेषकर महिला संबधित अपराधों व माफियाओं विरूद्ध साक्ष्य संकलन/ न्यायालय में बहस की कार्यवाही समाप्त कर एक महीने के अंदर सजा सुनिश्चित करायी जा सके एवं अपराधियों तथा माफियाओं के मामलों की पैरवी के लिए एक-एक एसीपी नियुक्त किए गए हैं जिनका उत्तरदायित्व रहेगा जिन गवाहों ने माफियाओं के विरूद्ध गवाही नहीं दी है उनसे संपर्क कर उनको सुरक्षा का आश्वासन देकर जल्द से जल्द सजा सुनिश्चित करायी जा सके। इसी के साथ ही थानों पर मालमुकदमाती के जल्द निस्तारण करने, विशेषकर लावारिस वाहनों की नीलामी कराना सुनिश्चित कराया जाए।
बैठक में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर लव कुमार, एडिशनल पुलिस कमिश्नर मुख्यालय भारती सिंह, सभी डीसीपी एवं संयुक्त अभियोजन निदेशक आदि शामिल थे।