दादरी हत्याकांड : डेढ़ करोड़ रुपये के बंटवारे के लिए बॉस की कर दी हत्या, तीन गिरफ्तार
ग्रेटर नोएडा (Federal Bharat news) : तीन दिन दादरी थाना क्षेत्र में तीन दिन पहले हुई युवक की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया। युवक की हत्या कमीशन के डेढ़ करोड़ रुपये के बंटवारे के लेनदेन को लेकर साथियों ने ही की थी। पैसों के लिए साथिय़ों ने अपने बॉस की हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
साथियों ने की थी हत्या
ग्रेटर नोएडा के डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि दादरी थाना क्षेत्र में तीन दिन पहले युवक की हत्या कर दी गई थी। इस घटना का दादरी थाना पुलिस ने अब खुलासा कर दिया है। घटना में शामिल तीन शातिर आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कार की स्टपनी का पाना सिर में मारकर साथियों ने अपने बॉस की हत्या कर शव को लावारिश फेंक दिया था।
बैंक से लोन दिलाने का करते थे काम
डीसीपी ने बताया कि मृतक और पकड़े गए सभी आरोपी फर्जी डॉक्यूमेंट्री के जरिये बैंक से लोन दिलाने काम करते थे। डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि पकडे गया। तीनों ने बताया कि पूछताछ हुई तो आरोपियों ने बताया कि तीनों व हमारा चौथा साथी रमेश उर्फ रामा, मृतक अमित कुमार के साथ काम करते थे, हम सब मिलकर कमीशन का लालच देकर फर्जी ग्राहक बनाकर उनके आधार कार्ड लेकर आधार कार्ड में पता व मोबाइल नंबर बदलवाकर फर्जी पे स्लिप के आधार पर बैंक में खाता खुलवाकर बैंक से फर्जी लोन स्वीकृत करा लेतें हैं।
तीनों ने मिलकर की थी हत्या
पुलिस को बताया कि लोन पास होने पर उसका कमीशन हम सभी लोग आपस में बांट लेते है लेकिन अमित कुमार के द्वारा कई लोन के मामलों में हमारा हिस्सा नहीं दिया गया था। जिसकी वजह से हम तीनों ने अपने चौथे साथी रमेश उर्फ रामा के साथ मिलकर अमित को मारने का प्लान बनाया था। 06 अक्टूबर को अमित कुमार हमने हमारे हिस्से के रूपये देने के लिए केबी नोज ग्रीन सोसाइटी बिसरख के पास बुलवाया था। अमित कुमार इसी काले रंग की क्रेटा कार से आया था। हम चारों अपनी वेगनआर कार में उसका इंतजार कर रहे थे। अमित कुमार के आने पर हम चारों भी उसकी क्रेटा कार मे बैठ गये तथा पैसे के लेन देन को लेकर हम चारों का अमित कुमार से विवाद हुआ। हम तीनों ने अपने चौथे साथी रमेश उर्फ रामा के साथ मिलकर वहीं कार में ही लोहे के पंच व पाने से पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी तथा शव की पहचान छुपाने के लिए उसके शव को उसके घर से दूर हायर कंपनी के पास फेंक दिया।