किसानों का हल्लाबोल, हाई पावर कमेटी की सिफारिशें सार्वजनिक करने की मांग को लेकर किसानों का कलेक्ट्रेट पर धावा
ग्रेटर नोएडा (फेडरल भारत न्यूज) : अपनी लंबित मांगों को लेकर किसानों ने फिर हुंकार भरी है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में सोमवार को हजारों की संख्या में किसानों ने सूरजपुर स्थित कलेक्ट्रट की ओर कूच किया। हाई पावर कमेटी की सिफारिश सार्वजनिक न करने से किसान नाराज हैं और नए कानून को लागू करने की मांग पर अड़े हुए हैं। उधर, किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्ट्रेट को छावनी में तब्दील कर दिया गया। किसान कलेक्ट्रेट परिसर में ही धरने पर बैठ गए।
हजारों किसानों ने किया पैदल मार्च
हजारों की तादाद में संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसान सोमवार को सुबह पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार सूरजपुर में मोजर बियर गोलचक्कर पर जमा हुए। भारी संख्या में ट्रैक्टर ट्राली लेकर पहुंचे थे किसान। यहां से हजारों की संख्या में किसानों ने कलेक्ट्रेट तक मार्च किया। पुलिस ने किसानों को कलेक्ट्रट के बाहर ही रोक दिया। इस पर किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया। किसानों और पुलिस के बीच यहां काफी समय तक तकरार होती रही। किसान इस बात की जिद पर अड़े रहे कि वह प्राधिकरण से संबंधित मांगों का ज्ञापन डीएम को सौंपेंगे। किसान डीएम कार्यालय परिसर में ही धरने पर बैठ गए।
क्या हैं प्रमुख मांगें
किसानों की प्रमुख मांग है कि
किसानों की प्रमुख मांग है कि हाई पावर कमेटी की सिफारिश सार्वजनिक की जाए और नए कानून को लागू यथाशीघ्र लागू किया जाए। किसान नेता बृजेश भाटी के अनुसार, किसानों की मांग है कि किसानों को आबादी में 10 प्रतिशत प्लाट, आबादियों की लीज बैक करने और भूमिहीनों की दुकानों में आरक्षण को लागू किया जाए। उनका कहना है कि आंदोलन तभी खत्म होगा, जब किसानों की मांगें पूरी हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि किसान सभा 10 प्रतिशत प्लाटों को लेकर अत्यंत गंभीर हैं। किसानों ने सरकार की नीयत में खोट बताते हुए कहा कि मुद्दों को हल करने के स्थान पर प्रशासन सिफारिशों को दबाए बैठी है। किसान सभा के जिलाध्यक्ष डा रुपेश वर्मा ने कहा कि किसानों की 10 प्रतिशक प्लाट और ने अधिग्रहण लागू करने की मांग पिछले पंद्रह वर्ष से लंबित है।
ग्रेनो प्राधिकरण पर भी धरना शुरू
उधर, किसानों ने मांगों को लेकर नोएडा प्राधिकरण पर धरना शुरू कर दिया। यहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। किसानों के समर्थन में अलग-अलग गांवों से सैकड़ों की संख्या में महिलाएं भी पहुंचीं। किसान मांग कर रहे हैं कि 10 प्रतिशत प्लाट और 5 प्रतिशत व आबादी के पूर्ण निस्तारण व नक्शा नीति लागू की जाए। किसानों का धरने का नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन मंच कर रहा है। किसान नेता सुधीर चौहान व मानवेंद्र सिंह ने कहा कि किसानों की लंबित मांगों को पूरा नहीं किए जाने तक किसानों का आंदोलन खत्म नहीं होगा।