सफाई के लिए गंगनहर बंद, नोएडा और ट्रांस हिंडन में गंगाजल की सप्लाई बंद, जानिए कहां नहीं होगी सप्लाई
नोएडा (फेडरल भारत नेटवर्क) : हरिद्वार से गंगनहर को बंद कर देने से नोएडा और ट्रांस हिंडन क्षेत्र में गंगाजल प्लांट से गंगाजल की सप्लाई बंद हो गई है। सफाई के लिए गंगनगर के दो नवंबर तक के लिए बंद किया गया है। इससे दोनों क्षेत्रों में 12 लाख तक की आबादी प्रभावित रहेगी।
नोएडा ये इलाके होंगे प्रभावित
गंगाजल की सप्लाई बंद होने से नोएडा के सेक्टर 62, 55, 56, 12-22, सेक्टर 15, 15ए, खोड़ा कालोनी, सेक्टर 58, 59, सेक्टर 63, सेक्टर 9, 10, 8, 6, सेक्टर दो मुख्य रूप से प्रभावित रहेंगे। यहां गंगाजल रहित पानी की सप्लाई की जाती रहेगी। गंगाजल युक्त पानी न मिलने से पानी में टीडीएस की मात्रा बढ़ जाता है, ऐसे में जरूरी है कि पानी को साफ और छानकर ही इस्तेमाल किया जाए।
गाजियाबाद के ये इलाके होंगे प्रभावित
प्रताप विहार प्लांट की भंडारण क्षमता 150 क्यूसेक पानी की है। गंगनहर बंद होने पर प्लांट में दो दिन का पानी भंडारण करके रखा जाता है। इस प्लांट से वसुंधरा, वैशाली, इंदिरापुरम, डेल्टा कॉलेानी, कौशांबी और सिद्धार्थ विहार को गंगाजल मिलता है। इसके अलावा नलकूप से और टैंकर से पानी की आपूर्ति की जाती है। गंगाजल सुबह और शाम के समय एक-एक घंटे की आपूर्ति की जाती है।
क्यों बंद की जाती है गंगनहर?
प्रतिवर्ष इनदिनों गंगनहर की सफाई की जाती है। असल में दशहरा के समय किसानों को पानी की जरूरत कम रहती है। जिस वजह से हर वर्ष इस दौरान गंगनहर की सफाई की जाती है। गंगनहर से ही प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांट में गंगाजल आता है। दो नवंबर तक गंगनहर बंद रहेगी। इस दौरान ट्रांस हिंडन और सिद्धार्थ विहार के 10 लाख से अधिक लोग प्रभावित होगे। दो नवंबर की रात 12 बजे गंगनहर में पानी छोड़ा जाएगा। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता ब्रिजराज ने बताया कि 12 अक्टूबर से दो नवंबर तक गंगनहर बंद रहेगी। इस दौरा गंगनहर की सफाई होगी।
प्लांट से इस तरह होती है गंगाजल की आपूर्ति
• 100 क्यूसेक गंगाजल की सप्लाई प्लांट से होती है।
• 80 क्यूसेक गंगाजल नोएडा को दिया जाता है।
• 15 क्यूसेक गंगाजल इंदिरापुरम को मिलता है।
• 05 क्यूसेक की गंगाजल सिद्धार्थ विहार को मिलता है।