×
उत्तर प्रदेशगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नोएडानोएडानोएडा वेस्ट

नोएडा में प्रतिबंधित 14 कछुओं के साथ दो महिलाएं गिरफ्तार है, दीपावली पर ऊंची कीमत पर बेचे जाते हैं कछुए

नोएडा ( फेडरल भारत न्यूज) : मान्यताओं व विश्वास के नाम पर कई बार जीवों के प्रति भी अन्याय कर बैठते हैं। पुलिस ने गुरुवार को ऐसे ही एक मामले का खुलासा किया है। दिवाली के मद्देनजर प्रतिबंधित कुछए बेचने आई दो महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 14 कुछए बरामद किए गए हैं।
मथुरा में यमुना नदी से पकड़े थे कछुए
मिली जानकारी के अनुसार नोएडा थाना फेस-1 पुलिस ने सूचना के आधार पर दो महिलाओं को गिरफ्तार किया। दोनों महिलाएं उत्तर प्रदेश के मथुरा से यमुना नदी से कछुए पकड़ नोएडा में बेचने के लिए लाई थी। दीपावली पर शुभ माने जाने के कारण इस मौके पर कछुओं की अच्छी कीमत मिल जाती है। सूत्रों के मुताबिक कछुओं के मीट और सूप के लिए भी होटलों में सप्लाई की जाती है। उनके पास से प्रतिबंधित 14 कछुए बरामद हुए हैं। पुलिस फिलहाल दोनों महिलाओं से पूछताछ कर रही है।
क्या है मान्यता
कछुए को समृदधि का प्रतीक माना जाता है। कुछ मान्यताओं के अनुसार दीपावली पर कछुए की भी पूजा करने की परंपरा है, क्योंकि यह शुभ होता है। हालांकि कछुए को दीपावली से जोड़ने का कोई पौराणिक महत्व तो नहीं है, लेकिन शास्त्रों में वर्णन है कि भगवान विष्णु ने कच्छप अवतार लिया था। मान्यता है कि ऐसे में दीपावली पर कछुआ घर में रखने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। लेकिन फिर भी दीवाली पर कछुए को खरीदने का कोई औचित्य नहीं है।

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Tags

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Related Articles

Back to top button
Close