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Expert Advice : स्टूडेंट्स के रहने के लिए पीजी या हॉस्टल, क्या है बेस्ट ऑप्शन ?

Desk News : बड़े शहरों में नौकरी और पढ़ाई पूरी करने आए युवाओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती रहती हैं अपने लिए अफॉर्डेबल प्राइस में सुंदर और सुरक्षित घर तलाशना। नौकरीपेशा युवा एक बार फ्लैट्स के बारे में सोच सकते हैं, लेकिन पढ़ाई कर रहे युवाओं के पास पीजी या हॉस्टल का ही ऑप्शन रहता है। तो चलिए आज आपको एक्सपर्ट की मदद से बताते है कि पीजी या हॉस्टल, क्या है बेस्ट ऑप्शन ?

एक्सपर्ट एडवाइज
रियल एस्टेट मामले के जानकार दिनेश राव से हमने इस मुद्दे पर बात की। दिनेश राव को-लीविंग और स्टूडेंट हॉस्टल के बिजनेस से जुड़े हुए हैं। उनका कहना है कि हॉस्टल स्टूडेंट के लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है, क्योंकि हॉस्टल में जीएसटी नहीं भरना पड़ता है। जिसकी वजह से किराया ज्यादा नहीं होता है, बाकी सभी तरह की सुविधा भी अच्छी होती है। शर्त ये है कि अगर आप एक-दो दिनों के लिए रूम लेते है, तो आपको उसपर जीएसटी समेत किराया भरना होगा, मगर आप कई महीनों, सालों के लिए लेते है तो जीएसटी नहीं देना होगा।

पीजी के बारे में क्या है राय ?
हॉस्टल के बाद युवाओं के पास पीजी का ऑप्शन बचता है। अब इसके बारे में एक्सपर्ट क्या कहते हैं, ये भी जान लीजिए। दरअसल पीजी हो सकता है, कि आपको अच्छा मिल जाए, लेकिन ज्यादातर पीजी की रेंट काफी ज्यादा होती है, पीजी मालिक अक्सर बच्चों से किराया नगद लेते है, जिसका कोई हिसाब नहीं रहता है। बच्चों से कई बार मनमाने पैसे वसूलते है नाजायज चीजों के एवज में। सफाई और सुरक्षा की भी विशेष व्यवस्था नहीं होती है।

रजिस्टर पीजी या हॉस्टल ही चुने
गौर करने वाली बात ये है कि शहरों में पीजी और हॉस्टल निजी तौर पर लोकल लोगों के द्वारा चलाए जाते है। जिसकी कमाई का कोई हिसाब किसी के भी पास नहीं होता है। तो अगर आप पीजी ले या हॉस्टल याद रहे कि वह एक रजिस्टर कंपनी के तहत हो। ताकी कभी भी कोई समस्या हो तो आप जरूरी कार्रवाई कर सकें।

Jyoti Yadav

युवा पत्रकार ज्योति यादव फेडरल भारत में शामिल हो गई हैं। अपनी नई भूमिका में ज्योति रियल एस्टेट सेक्टर के साथ-साथ नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्रों को कवर करेंगी। पत्रकारिता में पहचान बनाने दिल्ली एनसीआर पहुंची ज्योति बिहार से ताल्लुक रखती हैं, और मुंबई से मास मीडिया की पढ़ाई की है। ज्योति ने बतौर न्यूज एंकर खबरें प्रस्तुत की हैं, बेहतरीन वॉइस ओवर आर्टिस्ट भी हैं। डिजिटल के लिए कंटेंट राइटिंग और रिपोर्टिंग करती रहती हैं।

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युवा पत्रकार ज्योति यादव फेडरल भारत में शामिल हो गई हैं। अपनी नई भूमिका में ज्योति रियल एस्टेट सेक्टर के साथ-साथ नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्रों को कवर करेंगी। पत्रकारिता में पहचान बनाने दिल्ली एनसीआर पहुंची ज्योति बिहार से ताल्लुक रखती हैं, और मुंबई से मास मीडिया की पढ़ाई की है। ज्योति ने बतौर न्यूज एंकर खबरें प्रस्तुत की हैं, बेहतरीन वॉइस ओवर आर्टिस्ट भी हैं। डिजिटल के लिए कंटेंट राइटिंग और रिपोर्टिंग करती रहती हैं।

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