एसीईओ ने किया निरीक्षण : विद्युत कार्यों में गड़बड़ी, इंजीनियर समेत दो अधिकारी को किया निलंबित
Noida News : सरकारी कामकाज में पारदर्शिता बेहद जरूरी है। कामकाज में अनियमितताएं भ्रष्टाचार को जन्म दे सकती है। इस तरह की अनियमितताएं और भ्रष्टाचार के मामलों को रोकने के लिए नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) के निर्देशों पर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (A.E.O.) एस.के. ने विद्युत यांत्रिकी प्रथम क्षेत्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के समानांतर मार्ग पर प्रगति पर चल रहे विद्युत कार्यों की गहन जांच की। इस जांच में कई कामों की खांमिया और विद्युत कार्यों में गड़बड़ी पाई गई है। जिसके बाद अधिकारियों पर कार्रवाई हुई और उन्हें निलंबित कर दिया।
अनुबंध और आगणन में अनियमितताएं
निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि कार्यस्थल पर जो आगणन और अनुबंध के अनुसार कार्य निष्पादित किए जाने थे, उनमें कई महत्वपूर्ण खामियां थीं। विशेष रूप से, आगणन में प्रावधानित मदों का उपयोग सही तरीके से नहीं हुआ था और अनुबंध में कोई भी ले-आउट प्लान संलग्न नहीं किया गया था। इसके अलावा, कार्यस्थल पर कोई स्थलीय स्टोर भी उपलब्ध नहीं था, जो कि अनुबंध की शर्तों के तहत आवश्यक था।
केबल की मात्रा आवश्यकता से अधिक
जांच में यह भी सामने आया कि आगणन में केबल की मात्रा अत्यधिक ली गई थी, जो वास्तविक आवश्यकता के मुकाबले काफी ज्यादा थी। इसके अलावा, कार्यस्थल पर काम की प्रगति केवल 40 प्रतिशत थी, जबकि कार्य का भुगतान 45 प्रतिशत कर दिया गया था।
कड़ी कार्रवाई के निर्देश
इन गड़बड़ियों के बाद मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) ने अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने अनेक सिंह, अवर अभियंता (संविदा) की सेवा समाप्त करने, शिव शक्ति जायसवाल, प्रबंधक (विद्युत यांत्रिकी प्रथम) और प्रदीप कुमार, वरिष्ठ प्रबंधक (विद्युत यांत्रिकी-प्रथम) को निलंबित करने की संस्तुति की। इसके साथ ही, संबंधित पत्रावली को शासन को भेजने के निर्देश भी दिए गए।