CAG की मीटिंग : प्राधिकरण के अधिकारी हुए लखनऊ के लिए रवाना, 30 हजार करोड़ के वित्तीय आपत्तियों का होगा निस्तारण
Noida news : उत्तर प्रदेश के लखनऊ में शुक्रवार ( 29 नवंबर 2024) को Comptroller and Auditor General of India यानी नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) की मीटिंग होनी है। जिसके लिए नोएडा प्राधिकरण के कई अधिकारी लखनऊ रवाना हो चुके है। बता दे इस मीटिंग में वित्तीय अनियमितताओं ओर आपत्तियों से जुड़े मामलों का निस्तारण किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी, एसीओ और सिविल जीएम विजय रावल इस मीटिंग में शामिल हो सकते हैं।
इन मुद्दों पर होगी सुनवाई
प्राधिकरण के कामकाज पर लगी सीएजी की आपत्तियों पर एक बार फिर लोक लेखा समिति सुनवाई करने जा रही है। अब सुनवाई कल यानी 29 नवंबर को होगी। यह नौवीं सुनवाई होगी, जिसमें स्पोर्ट्स सिटी, औद्योगिक विभाग, ग्रुप हाउसिंग से जुड़ी सीएजी की आपत्तियां रखी जाएंगी। बैठक की तैयारियों को लेकर नोएडा प्राधिकरण ने काम शुरू कर दिया है।
30 हजार करोड़ रुपये का वित्तीय घपला
बता दें सीएजी ने वर्ष 2005 से लेकर 2017 तक प्राधिकरण के कामकाज का ऑडिट किया था। इसमें करीब 30 हजार करोड़ रुपये का वित्तीय घपला होने का पता चला था। इसको लेकर सीएजी ने करीब 200 आपत्तियां लगाई थीं। ग्रुप हाउसिंग के विभाग के कामकाज पर 29, औद्योगिक विभाग की 15-20 आपत्तियां शामिल हैं। सीएजी ने वर्ष 2021 दिसंबर में रिपोर्ट विधानसभा में रखी थी। इसके बाद इस मामले में आपत्तियों को लेकर लोक लेखा समिति सुनवाई कर रही है। सुनवाई की शुरुआत स्पोर्ट्स सिटी परियोजना के प्लॉट नंबर-2 से हुई थी। समिति ने इसके नक्शों पर लगी रोक हटाने और विकसित करवाने के लिए प्राधिकरण को निर्देश दिए हुए हैं। नोएडा प्राधिकरण ने अभी तक रोक नहीं हटाई है। समिति ने पिछली सुनवाई में ग्रुप हाउसिंग के सभी भूखंड आवंटन की जांच के निर्देश दिए थे।
क्या है CAG
बता दें कैग, सरकार के सभी खर्चों की जांच करता है। कैग को संवैधानिक पदाधिकारी माना गया है। कैग को राष्ट्रपति ही हटा सकते हैं। कैग की नियुक्ति और पद से हटाने की प्रक्रिया सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के समान है। कैग, भारत की और प्रत्येक राज्य की और प्रत्येक ऐसे संघ राज्यक्षेत्र की संचित निधि में संदेय सभी प्राप्तियों की लेखापरीक्षा करता है।