×
गाज़ियाबादगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नोएडाब्रेकिंग न्यूज़

लिफ्ट टेरर : क्रासिंग रिपब्लिक की सुपरटेक लिविंगस्टोन सोसाइटी की लिफ्ट में कई घंटे तक फंसे रहे सात लोग

क्रॉसिंग रिपब्लिक (FBNews) : गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक में स्थित सुपरटेक लिविंगस्टोन सोसाइटी के सी ब्लॉक की लिफ्ट में महिलाओं समेत 7 लोग लिफ्ट में फंसे रहे। जैसे-तैसे लिफ्ट को आधा खोलकर लोगों को मुश्किल से बाहर निकाला गया। लिफ्ट के रेस्क्यू का वीडियो बेहद चौंकाने वाला और लोगों की हालत को दर्शाने वाला है। डेढ़ माह के अंतराल में यह लिफ्ट में फंसने की दूसरी घटना है। सोसाइटी की मेंटेनेंस की व्यवस्था की भी इससे एक बार फिर कलई खुल गई है।

सांस लेने में हुई लोगों को दिक्कत
गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक की हाईटेक सुपरटेक लिविंगस्टोन सोसाइटी में यह घटना शुक्रवार रात की है। लोग अलग-अलग फ्लोर से ग्राउंड फ्लोर आ रहे थे। तकनीकी खऱाब की वजह से फर्स्ट फ्लोर पर अचानक लिफ्ट रुक गई। लिफ्ट में सात लोगों के होने से सफोकेशन हो गया और लोगों को दम घुंटने लगा। इनमें अधिकतर बुजुर्ग और प्रौढ़ थे। शोर-शराबा सुनकर गार्ड एवं अन्य लोग पहुंचे और लिफ्ट को खोलकर हाफ रास्ते से महिला एवं पुरुषों को चढ़ाकर बाहर निकाला। पहली मंजिल पर फंसी लिफ्ट से  रेस्क्यू कराए गए लोगों का वीडियो सामने आया है। जिसमें लिफ्ट में एक बुजुर्ग को सांस लेने में परेशानी होने लगी थी, जिसके बाद वह घबरा गए। सोसायटी में रहने वाले लोगों ने बताया कि डेढ़ महीने पहले भी इसी सोसाइटी में लिफ्ट फंसी थी। अब फिर दोबारा से घटना हुई है।
लिफ्ट एवं एस्क्लेटर अधिनियम लागू
प्रदेश सरकार ने 25 सितंबर को लिफ्ट एवं एस्क्लेटर अधिनियम लागू कर दिया था। उसके बाद जिले के डीएम ने जिला स्तरीय समिति का गठन किया। 29 अक्टूबर को सूरजपुर स्थित कलेक्ट्रेट में समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी लिफ्ट का रजिस्ट्रेशन कराना होगा। फर्म्स, सोसायटीज एवं चिट्स गाजियाबाद के डिप्टी रजिस्ट्रार ऋषभ कुमार अग्रवाल ने बताया की सार्वजनिक व निजी कैंपस में भी लिफ्ट और एस्क्लेटर का रजिस्ट्रेशन कराना है। इसके लिए यूपी लिफ्ट और एस्क्लेटर अधिनियम 2024 एवं यूपी लिफ्ट एवं एस्क्लेटर नियमावली 2024 बनाई गई है।

 

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Tags

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Related Articles

Back to top button
Close