न्यू नोएडा के लिए अलग से बने प्राधिकरण, नोएडा में लीज होल्ड के स्थान पर भूखंडों को फ्रीहोल्ड करें
कोनरवा का प्रतिनिधिमंडल भाजपा के प्रांतीय उपाध्यक्ष व नोएडा विधायक से मिला
नोएडा (FBNews) : कनफिडिरेशन ऑफ एनसीआर रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनका एक प्रतिनिधिमंडल नोएडा विधायक पंकज सिंह से मिला और नोएडा शहर की आवासीय भूमि को लीज के स्थान पर फ्रीहोल्ड कराने की मांग की। इस मौके पर कोनरवा के अध्यक्ष पीएस जैन, बीबी वलेचा व लोकेश कश्यप शामिल रहे।
ठंडे बस्ते में पड़ी है समिति की रिपोर्ट
प्रतिनिधिमंडल ने विधायक को अवगत कराया कि नोएडा प्राधिकरण की आवासीय भू-खंड की संपत्ति को लीज होल्ड से फ्री होल्ड किये जाने के लिए अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था, जिसमें मुख्य विधि सलाहाकार, विति नियंत्रक, विशेष कार्याधिकारी, उप महाप्रबंधक नियोजन व मै ई एंड वाई कंपनी का प्रतिनिधि सदस्य के रूप में नामित थे। समिति ने अपनी बैठक कर सस्तुंति दी थी। इसके दृष्टिग्त प्राधिकरण बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखा गया कि जिसमें आवासीय भूखंडों को फ्री होल्ड किए जाने के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया।
रिपोर्ट में फ्रीहोल्ड के लाभ-हानि पर हुई थी चर्चा
समिति द्वारा फ्री होल्ड किये जाने पर प्राधिकरण को होने वाली संभावित लाभ तथा संभावित हानि तथा हानि की क्षति पूर्ति के लिए उठाये जाने वाले कदम व आदि विषयों पर विस्तृति चर्चा की गई थी। निष्कर्ष के रूप में समिति द्वारा लीज होल्ड को फ्री होल्ड किये जाने की संस्तुति दी गई। जिसमें कहा गया था कि पिछले तीन वित्तीय वर्षों में प्राप्त आय के अनुसार आवासीय भूखण्डों की परिसम्पत्तियों से प्राधिकरण की औसत आय 81.58 करोड़ रही है। प्राधिकरण की आवासीय भूखंड की परिसम्पत्तियों को लीज़-होल्ड से फ्री होल्ड किये जाने पर प्राधिकरण के वर्तमान आय के स्रोत का विवरण भी दिया है। आवासीय भूखण्ड की परिसम्पत्तियों को लीज होल्ड से फ्री होल्ड करने पर अल्प अवधि में जो धनराशि प्राप्त होगी उससे एक (Corpus Fund) बनाया जायेगा, जिसे निवेश कर अथवा इस पर ब्याज प्राप्त कर आवर्ती आय (Recurring Income) का स्त्रोत सृजित किया जायेगा।
नहीं दी जाए FAR बढ़ाने की अनुमति
एक बार प्लान अपरूव होने के बाद किसी भी दशा में FAR नहीं बढ़ाया जाना चाहिए, जिससे आवंटियों को शुरू में दिए गए प्रस्ताव में परिवर्तन होता है। बिल्डरों द्वारा घोषित फ्लैट स्कीम के बाद प्राधिकरणो के द्वारा FAR बढाये जाने पर टावरो के ऊपर अतिरिक्त फ्लैट बनाए जायेगे जो कि इन्फरास्ट्रेक्चर का डिजाइन करते समय प्लानिंग में नहीं होता है। इससे टावरों की फाउन्डेशन पर अतिरिक्त बोझ बढेगा जो इमारत में रहने वाले लोगों के लिए एक निरन्तर खतरे का पैगाम है।
न्यू नोएडा के लिए अलग से बने प्राधिकरण
उप्र सरकार न्यू नोएडा के गठन पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है। इस संबंध में सुझाव है कि इसके लिए अलग से एक प्राधिकरण का गठन किया जाना चाहिए। नोएड़ा का वर्तमान क्षेत्रफल लगभग 200 वर्ग किमी है तथा आबादी लगभग 15 लाख है तथा कुल सेक्टर 163 हैं। प्राधिकरण के अंदर वर्तमान में ही स्टाफ की बहुत भारी कमी है। प्राधिकरण न्यू नोएडा के लिए अलग से स्टाफ की मांग कर रहा है। ऐसे में उचित होगा कि न्यू नौएड़ा में एक CEO , एक ACEO, एक OSD नये नियुक्त कर दिये जाएँ।