बड़ी खबर : जेल में बंद किसानों में से 82 को मिली राहत, बेल मंजूर
Noida News : गौतमबुद्ध नगर के किसानों के लिए राहत की खबर आई है। किसान आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किए गए 82 किसानों की रिहाई मंजूर हो गई है। दिवानी और फौजदारी बार एसोसिएशन गौतमबुद्ध नगर के वकीलों ने यह जानकारी साझा की है। उनके अनुसार, एक थाने से 42 किसानों और दूसरे थाने से 44 किसानों को बेल मंजूर हुई है।
वकीलों का बयान
दिवानी और फौजदारी बार एसोसिएशन के वकील किसानों के प्रति अपने समर्थन की बात करते हुए कहते हैं कि वे हमेशा किसानों के साथ खड़े रहेंगे। उनका कहना है कि वे केवल वकील नहीं, बल्कि किसान के पुत्र भी हैं, और किसान की आवाज को उठाने में वे हमेशा उनकी मदद करेंगे। किसानों की लंबे समय से चली आ रही मांगों में उनकी रिहाई, कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्ष, और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। वकील समुदाय ने यह भी स्पष्ट किया कि वे हर हाल में किसानों के अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
क्या है किसानों की प्रमुख मांगें
नोएडा विकास प्राधिकरण द्वारा अधिसूचित क्षेत्र के 81 गांवों के किसानों की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं, जिन किसानों को मूल 5 प्रतिशत के प्लॉट नहीं मिले हैं, उन सभी किसानों को 5 प्रतिशत के मूल प्लॉट दिए जाएं। जिन किसानों के न्यायालय से आदेश आ चुके हैं। उन सभी किसानों को अतिरिक्त 5 प्रतिशत के भूखंड या धनराशि दी जाए। सभी 81 गांवों का विकास सेक्टर की तर्ज पर किया जाए। सभी किसानों को वर्ष 1997 से 64.7 प्रतिशत मुआवजा और 10 प्रतिशत के विकसित भूखंड दिया जाए। सभी 81 गांव के किसानों की आबादी को 450 मीटर से एक हजार मीटर करते हुए आबादी का संपूर्ण समाधान किया जाए। 1976 से वर्ष 1997 तक के सभी किसानों को कोटा स्कीम के प्लाट आवंटित करें। नोएडा प्राधिकरण के गांवों में स्वामित्व योजना लागू की जाए। गांवों में नक्शा नीति समाप्त की जाए गांव में यह व्यावहारिक नहीं है।