सेफ सिटी परियोजना की घोषणा होते ही महिला सुरक्षा के प्रति गंभीर हुई पुलिस
पुलिस मुख्यालय के जरिये गृह विभाग को भेजा 150 करोड़ का बजट
नोएडा। उत्तर प्रदेश सरकार के बजट में सेफ सिटी परियोजना की घोषणा होते ही गौतमबुद्ध नगर जिले की पुलिस आम लोगों की सुरक्षा खासतौर से महिलाओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर हो गई है। इसके लिए पुलिस ने व्यापक तैयारी भी शुरू कर दी है।
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा और उनके सशक्तीकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा घोषित सेफ सिटी परियोजना लागू करने के प्रति पुलिस की गंभीरता का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कल बजट में इस परियोजना की घोषणा हुई और कल ही पुलिस ने इस पर काम भी करना शुरू कर दिया।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इस परियोजना के अन्तर्गत कमिश्न्रेट गौतमबुद्धनगर में महिलाओं को सुरक्षित एवं भयमुक्त वातावरण देने के लिए विभिन्न राजकीय एजेंसियों यथा जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम, सिटी बस सर्विसेज इत्यादित द्वारा समर्पित रूप से नारी सुरक्षा हेतु प्रभावी व्यवस्थाएं की जानी है।
सेफ सिटी परियोजना के अन्तर्गत कमिश्न्रेट गौतमबुद्धनगर में पुलिस विभाग ने 699 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं। इसके पहले चरण में 450 स्थान (पॉइन्ट्स) चिन्हित किए गए हैं। इनमें पीटीजेड कैमरा-298, फिक्स्ड कैमरा-1229 स्थापित किए जाने हैं। फेशियल रिकग्निशन, नंबर प्लेट रिकग्निशन जैसे जैसे एनालिटिक फीचर (विश्लेषणात्मक सुविधा)
का प्रयोग किया जाएगा। इसी के साथ ही इस परियोजना के तहत 50 पिंक बूथ, पांच ड्रोन और एक मोबाइल सीसीटीवी वैन स्थापित किए जाने हैं। पिंक पेट्रोल के लिए 30 एसयूवी (चार पहिया) एवं 40 स्कूटी (दो पहिया) का क्रय किया जाना है। इन चिन्हित स्थानों की मानीटरिंग के लिए इण्टीग्रेटेड स्मार्ट कन्ट्रोल रूम की स्थापना की जाएगी। सेफ सिटी परियोजना के लिए पुलिस विभाग लगभग रुपये 150 करोड़ का वित्तीय आगणन उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के माध्यम से गृह विभाग को भेजा गया है।
इनके अलावा अन्य विभागों द्वारा अंधेरे स्थानों पर स्ट्रीट लाइट लगाया जाना, वन स्टॉप सेंटर (आशा ज्योति केंद्र) की स्थापना एवं उत्तर प्रदेश परिवहन निगम द्वारा नोएडा के सिटी सेन्टर स्थित बस स्टेशन पर वातानुकूलित अत्याधुनिक पिंक विश्राम गृह मय टायलेट्स एवं नोएडा क्षेत्र की 300 बसो में वेब कैमरों की व्यवस्था के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।