मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी : सतर्क प्लानिंग के बाद 7033 किमी दूर बेल्जियम में दबोचा गया भगोड़ा !

नोएडा : हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को आखिरकार 7033 किमी दूर बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। चोकसी को भारत वापस लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वह 2018 से एंटीगुआ में शरण लिए हुए था, लेकिन पिछले साल उसकी लोकेशन बेल्जियम में पाई गई थी।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में आरोपी मेहुल चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी के खिलाफ सीबीआई और ईडी द्वारा जांच की जा रही है। 65 वर्षीय चोकसी को बेल्जियम में एंटवर्प में निवास कार्ड मिलने के बाद वहां रह रहा था।
बेल्जियम पुलिस ने 12 अप्रैल को चोकसी को गिरफ्तार किया और अब उसे भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
कई देशों में छिप चुका है मेहुल चोकसी
पीएनबी घोटाले के उजागर होने से कुछ हफ्ते पहले ही जनवरी 2018 में मेहुल चोकसी और उसका भतीजा नीरव मोदी देश से फरार हो गए थे।
इसके बाद 2021 में मेहुल एंटीगुआ से रहस्यमयी तरीके से गायब हो गया और उसकी लोकेशन डोमिनिका में मिली थी।
मेहुल चोकसी ‘गीतांजलि जेम्स’ का संस्थापक है, जबकि नीरव मोदी इस समय ब्रिटेन की जेल में बंद है। दोनों को 2019 में भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया जा चुका है।
भारतीय एजेंसियों की सतर्कता से पकड़ा गया मेहुल चोकसी
जब भारतीय एजेंसियों को पता चला कि मेहुल चोकसी बेल्जियम में है, तो ईडी और सीबीआई ने तुरंत वहां की अथॉरिटीज से संपर्क किया और सभी जरूरी जानकारी साझा की।
भारत ने औपचारिक तौर पर बेल्जियम से मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण की मांग भी की। इसके बाद बेल्जियम पुलिस ने उस पर नजर रखना शुरू कर दिया ताकि वह फिर से फरार न हो सके। जांच के दौरान जब पर्याप्त सबूत मिले, तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।