वाराणसी में अग्निपथ प्रदर्शनकारियों को विरोध भारी पड़ा
नुकसान की भरपाई जेल में बंद 27 लोगों से करने की प्रशान की तैयारी
वाराणसी। यहां के अग्निपथ प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान करना महंगा साबित हो रहा है। जिला प्रशासन ने वाराणसी में हुए नुकसान का आकलन कर लिया है। इस नुकसान की भरपाई आगजनी करने वालों से करने की तैयारी की जा रही है। इसकी वसूली उन 27 लोगों से की जाएगी जिनकी पहचान हो चुकी है।
जिला प्रशासन ने जिले में अग्रिपथ योजना के विरोध में बीते शुक्रवार को कई बसों को आग लगाकर जला दिया गया था। इनमें परिवहन निगम और निजी बसें भी शामिल थीं। इनके अलावा कुछ सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया गया था। जिला प्रशासन के आकलन के अनुसार जिले में 12 लाख 97 हजार रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है। इस नुकसान के लिए वे 27 लोग जेल में बंद हैं जिनकी आगजनी और हिंसा कर नुकसान पहुंचाया था। इन्हीं से नुकसान के वसूली की तैयारी की जा रही है।
वाराणसी में तीन दिन पूर्व शुक्रवार को अग्निपथ योजना के विरोध में तोड़फोड़ करने वालों पर जिला प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। रोडवेज और निजी सहित 36 वाहनों को प्रदर्शनकारियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था। जिला प्रशासन के अनुसार 12 लाख 97 हजार रुपये की आर्थिक क्षति हुई।
जिला जेल में बंद पांच जिलों के 27 उपद्रवियों से क्षतिपूर्ति की वसूली की जाएगी। यह सभी आरोपी वाराणसी, गाजीपुर, मऊ, जौनपुर, आजमगढ़ जिलों के निवासी हैं। जिलाधिकारी ने इसका पूरा दावा प्रस्ताव 27 व्यक्तियों के नाम और सभी फोटो, वीडियो साक्ष्य सहित तैयार करा कर सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की वसूली के लिए गठित दावा प्राधिकरण प्रयागराज में भेज दिया है।