चीनियों के भारतीय दोस्तो की तलाश में जुटी ग्रेटर नोएडा पुलिस
चीनी नागरिकों और भारतीयों ने मिलकर बनाई कंपनी की जांच जारी, गिरफ्तारी के बाद बड़े खुलासे की संभावनाः पुलिस
ग्रेटर नोएडाः पिछले दिनों पकड़े गए चीनी नागरिकों के भारतीय दोस्त पर पुलिस की निगाह गई है। पुलिस को विश्वास है कि भारतीय दोस्त की गिरफ्तारी के बाद कई मामलों का खुलासा हो सकता है।
बीते दिनों भारत-चीन सीमा से दो चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी के बाद उनको नोएडा में पनाह देने वाले एक चीनी युवक और युवती को पुलिस ने गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था। साथ ही इनके द्वारा बनाए गए क्लब पर भी छापा मारा था। अब पुलिस के वरिष्ठ अधिकरियो का कहना है कि इन चीनी नागरिकों और इनके भारतीय मित्रों रवि नटवरलाल ठक्कर ने मिलकर एक कंपनी खोली थी जिसकी जांच सम्बंधित विभाग कर रहा है। वही रवि और उसके दोस्तों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर तलाश शुरू कर दी गई है। गिरफ्तारी के बाद बड़े खुलासे की संभावना पुलिस को है। जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे उसके आधार पर कार्यवाही की जाएगी।
बता दें कि बीते दिनों थाना बीटा-2 पुलिस ने दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। इन चीनी नागरिकों ने भारत मे नेपाल सीमा के रास्ते आए दो चीनी घुसपैठियों को नोएडा में पनाह दी थी। चीनी नागरिकों को पनाह देने वाले सफई केले को उसकी प्रेमिका पेटेकह के साथ गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था। जबकि इनकी गिरफ्तारी के दो दिन पहले बीते 13 जून को दो घुसपैठियों को बॉर्डर से गिरफ्तार किया था। पकड़े गए चीनी नागरिक सूफई केले का वीजा वर्ष 2020 में एक्सपायर हो गया था। उसके बाद वह छिपकर अवैध रूप से ग्रेटर नोएडा के जेपी ग्रीन्स में 2019 से रह रहा था। इस चीनी नागरिक की उम्र लगभग 36 साल जबकि इसकी प्रेमिका की उम्र 22 साल बताई गई है। गिरफ्त में आए चीनी नागरिक मोबाइल्स पार्ट्स पर पीवीसी चढ़ाने की कम्पनी चलाता था। गाजियाबाद और नोएडा में 2 कंपनिया चलाता था। इसी ने भारत नेपाल बॉर्डर पर पकड़े गए दोनों नागरिकों को अपने साथ रखा था अपने ही फ्लैट पर पनाह दी थी। बताया जा रहा है कि चीनी बीजा एक्सपायर होने के बाउजूद बेखौफ जेपी रोजाना गोल्फ खेलने जाया करते थे, दोनो मूल रूप से बुहान का रहने वाले है।
अब इस मामले में ग्रेटर नोएडा के एडिशनल डीसीपी ने जानकारी दी है कि पकड़े गए चाइनीज नागरिकों ने अपने दोस्त रवि नटवरलाल ठक्कर जो कि भारतीय है, के साथ मिलकर कंपनी खोली थी, जिसकी जांच सम्बंधित विभाग कर रहा है। जांच में ये भी सामने आया कि इनके द्वारा ग्रेटर नोएडा के थाना इकोटेक-1 स्थित गांव घरभरा में एक क्लब बनाया था जोकि इनके द्वारा डवलप किया गया था, बताया गया कि ये गेस्ट हाउस को 2018 में रजिस्ट्रेशन कराया था जोकि जांच मस्य सामने आया कि अभीतक इसकी कोई रजिस्ट्री नही हुई है। फिलहाल रवि नटवरलाल ठक्कर व इसके सहयोगियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमो को गठित कर दिया है तलाश की जा रही है। आशंका है इनकी गिरफ्तारी के बाद कई अन्य नए बिंदु निकलकर सामने आएंगे जिसके आधार पर आगे की आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
दअरसल बीते शनिवार 13 जून को बिहार सीतामढ़ी पुलिस द्वारा एसएसबी ने दो चीनी नागरिकों को बॉर्डर पार करने की कोशिश करते समय गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उन्होंने ने बताया कि वो ग्रेटर नोएडा जेपी ग्रीन्स सुसाईटी में अपने चीनी मित्र के यहां 15 दिन तक रुके थे, जानकारी मिलने के बाद आरोपी चीनी और उसकी महिला मित्र को गुरुग्राम के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया गया, उनका भी वीजा एक्सपायर था तब भी ये भारत मे रह रहे थे, सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज आगे की कार्यवाही पुलिस व अन्य एजेंसियों ने की थी। इसी क्रम में देश की तमाम एजेंसियों को इनपुट मिला था कि ये चीनी नागरिक देश मे कुछ संदिग्ध गतिविधियां करने की फिराक में थे, जिसके चलते बीते दिनो ग्रेनो के थाना इकोटेक1 पुलिस व स्पेशल सेल की टीम घड़बड़ा गांव में इनके द्वारा बनाये गए चाइनीज क्लब पर छापा मारा जहां से कई महत्वपूर्ण जानकारियां निकलकर सामने आई थी।