Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना से किसानों के पुत्र बनेंगे योद्धा : डॉक्टर कृष्ण वीर चौधरी
देश में भारतीय किसान यूनियन और संयुक्त मोर्चा ने 24 जून को अग्निपथ योजना के विरोध में तमाम जगह प्रदर्शन किये, लेकिन भारतीय कृषक समाज के अध्यक्ष एवं नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड के पूर्व निदेशक डॉक्टर कृष्ण वीर चौधरी ने किसानों के लिए इस योजना को "सोना" करार दिया है। अग्निपथ योजना, भारतीय किसान यूनियन, किसान कानून पर हुए आंदोलन पर डॉक्टर कृष्ण वीर से फ़ेडरल भारत के फाउंडर आशीष गुप्ता ने विस्तृत रूप से बातचीत की।
अग्निपथ योजना का भारतीय किसान यूनियन विरोध कर रही है, आप इस योजना को किसानों के पक्ष में कैसे देखते हैं ?
वेस्टर्न उत्तरप्रदेश में 2 फीसदी किसान ऐसे नहीं हैं, जिनके पास 27 की उम्र में 11 लाख की धनराशि जमा हो, शहीद होने पर केंद्र सरकार ने मुआवजा रखा है। मेरा मानना है कि अग्निपथ योजना से किसानों के पुत्र योद्धा बनेंगे। जो दलाल किसान संगठन हैं और वामपंथियों के इशारे पर अपनी दुकान चला रहे हैं, वो किसान संगठन इस योजना का विरोध कर रहे हैं। सरकार का ये फैसला सराहनीय है और किसानों को अपने पुत्रों को भर्ती में भाग लेने देना चाहिए।
राजनैतिक दल अग्निपथ योजना का विरोध क्यों कर रहे हैं ?
राजनैतिक दल युवाओं को गुमराह कर रहे हैं, जिस लालू प्रसाद यादव ने बिहार को बर्बाद कर दिया, उनके बेटों के इशारे पर बिहार जल उठा, राज्य को जलवाने से पहले राष्ट्र संपत्ति की हानि का कोई आंकलन नहीं किया, देश के प्रधानमंत्री का विरोध करने के लिए विपक्ष के लोग राष्ट्र हित में लाई जा रही योजनाओं का विरोध कर रहे हैं, जिसे किसी भी तरह से ठीक नहीं कहा जा सकता।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत पर आरोप लगाकर पुराने पदाधिकारियों ने दूसरा संगठन बना लिया, आपकी प्रतिक्रिया ?
देश में गद्दारी करने वाले और चीन के मददगार बामपंथी व् कांग्रेस के इशारे पर देश का बदनाम किया जा रहा है, किसान आंदोलन कराने के लिए विदेशी फंडिंग की गयी और राकेश टिकैत का मोहरा बनाया गया, यही वजह रही कि जो लोग ये सब जानते थे वो राकेश टिकैत का साथ छोड़कर उनसे अलग हो गए और उन्होंने अपना अलग संगठन बना लिया।
किसानों के पक्ष में केंद्र सरकार द्वारा किये गए काम से आप कितने खुश हैं ?
केंद्र सरकार की फसल बीमा योजना किसानों के लिए बहुत अच्छी योजना साबित हो रही है, मेरा सरकार को सुझाव है कि किसान को फसल के बीमा का कवर नोट दिया जाए और हर जिले पर बीमा कंपनियों को अपना एक प्रतिनिधि बैठाने के लिए काम किया जाए। इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार किसानों के खाते में 6 हज़ार की धनराशि दे रही है, इसको बढ़ाकर 10 हज़ार करनी चाहिए, राज्य सरकार 4 हज़ार प्रति किसान भुगतान अगर अपने पास से करती है तो किसान के लिए ये धनराशि वरदान साबित होगी।
कौन हैं डॉक्टर कृष्ण वीर चौधरी
डॉक्टर कृष्ण वीर चौधरी भारतीय कृषक समाज के अध्यक्ष हैं। वह नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड के निदेशक रह चुके हैं। वह भारतीय राज्य कृषि निगम के चेयरमैन भी रह चुके हैं। पूर्व की सरकारों में विश्व व्यापार संगठन की बैठकों में भारत का कई बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। कृषि के जानकर होने के नाते भारत और अंतर्राष्ट्रीय समाचार चैनेलों पर कई वर्षों से पैनेलिस्ट हैं। फिलहाल वह परिवार के साथ उत्तरप्रदेश के ग़ाज़ियाबाद में रहते हैं।