धर्मः महिलाओं और पुरुषों को बराबरी का अधिकार होना चाहिएः आचार्य प्रशांत
ग्रेटर नोएडा में आयोजित वेदांत महोत्सव में श्रद्धालुओं को किया संबोधित, जिज्ञासा शांत की
नोएडा। प्रशांत अद्वैत संस्था के संस्थापक एवं सुप्रसिद्ध वेदांत मर्मज्ञ आचार्य प्रशांत ने कहा कि महिलाओं और पुरुषों को बराबरी का अधिकार होना चाहिए। उन्हें बंधन से करना चाहिए। वह ग्रेटर नोएडा में आयोजित वेदांत महोत्सव में मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे।
महिला सशक्तिकरण के मायने
उन्होंने कहा कि महिलाओं को घर के बंधन में बांधना उचित नहीं है बल्कि जो कार्य पुरुष कर रहे हैं महिलाओं को भी उस काम को करने की आजादी होनी चाहिए। तभी वास्तव में महिलाओं का सशक्तिकरण हो सकेगा।
मानवहित में हो विज्ञान व टेक्नोलोजी उपयोग
उन्होंने कहा कि विज्ञान और तकनीकी का उपयोग मानवहित में करना चाहिए। आधुनिकता कोई बुरी वस्तु नहीं है। अच्छा और बुरा उसके उपयोग पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि लोग मोबाइल फोन का उपयोग इस तरह कर रहे हैं कि इसका दुष्प्रभाव मानव के रिश्ते पर पड़ रहा है। एक ही परिवार के लोग यदि मोबाइल पर परिवार के साथ कोई धार्मिक गतिविधियों में भाग लेते हैं तो इससे आपसी रिश्ते मजबूत होंगे लेकिन परिवार सदस्य एक ही कमरे में अलग-अलग मोबाइल का उपयोग सिर्फ खुद कर रहे एकांकी होंगे तो यह रिश्ते पर बुरा असर डालेगा। इससे लोगों को बचना चाहिए। मोबाइल का दुरुपयो नहीं बल्कि उसका सदुपयोग इस तरह से करना चाहिए कि लोग आपस में जुड़ें। उनके आपसी रिश्ते में गहराई आए।
अंधविश्वास से बचना चाहिए
उन्होंने समसामयिक आध्यात्म में वेदांत के स्थान की चर्चा भी की। उन्होंने कहा कि लोगों को धर्म के नाम पर अंधविश्वास से बचना चाहिए। यदि धर्म अंधविश्वास की ओर ले जाता है तो मानव के घातक होगा। धर्म विज्ञान की कसौटी पर खरा होना चाहिए।
अनेक धार्मिक पुस्तकें प्रकाशित कर चुकी है प्रशांत अद्वैत संस्था
गौरतलब है कि अनेक राष्ट्रीय बेस्टसेलर पुस्तकों के लेखक आचार्य प्रशांत की प्रेरणा से संचालित प्रशांत अद्वैत संस्था प्रति माह वेदांत महोत्सव का आयोजन करती है। इन महोत्सवों में देश दुनिया से भारी संख्या में जिज्ञासु उपस्थित होते हैं।
हर माह आयोजित होता है वेदांत महोत्सव
इस महीने का वेदांत महोत्सव 26 जून तक चलेगा। इसकी शुरुआत 24 जून से हुई थी। इस माह के वेदांत महोत्सव में सैंकड़ों साधकों ने आचार्य प्रशांत से अपने मन की बात की।
प्रशांत अद्वैत संस्था के मीडिया प्रभारी ने बताया कि प्रशांत अद्वैत संस्था द्वारा, एक प्रकाशक के रूप में सौ से अधिक आध्यात्मिक पुस्तकें प्रकाशित की जा चुकी हैं। इनमें से कई पुस्तकें राष्ट्रीय बेस्टसेलर भी हैं। आचार्य प्रशांत युवा मर्मदर्शी हैं, जिन्होंने देश के सर्वोच्च शिक्षा संस्थानों से विज्ञान एवं प्रबंधन की शिक्षा पाने के बाद प्रशासनिक सेवा के ऊपर एक आध्यात्मिक मिशन को चुना। उनके माध्यम से भारत में वेदांत का प्रकाश काफ़ी तेज़ी से फैल रहा है। आचार्य प्रशांत के इस वृहद मिशन के साथ जुड़े 40 लाख से अधिक यूट्यूब फॉलोअर्स प्रतिदिन डिजिटल माध्यम से उन्हें सुन लाभ पा रहे हैं। अगला वेदांत महोत्सव 29 से 31 जुलाई को ग्रेटर नोएडा में आयोजित होगा।