आक्रोशः तीन निजी स्कूलों के खिलाफ अभिभावकों ने किया प्रदर्शन, मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा
रेयान इंटनेशनल, सेंट मार्टिन व मनोरंजन नर्सरी स्कूल से बेहद खफा हैं अभिभावक
नोएडा। करप्शन फ्री इंडिया के आह्वान पर स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के सैकड़ों अविभावकों ने रेयान इन्टरनेशनल स्कूल ग्रेटर नोएडा, व सेन्ट मार्टिन मनोरंजन नर्सरी स्कूल के खिलाफ जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में इन स्कूलों पर दाखिले के नाम पर लूट एवं भ्रष्ट्राचार करने का आरोप लगाया गया है। ज्ञापन में आरोपों की जांच कराने और स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है।
करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीण द्वारा तैयार किए गए ज्ञापन को अपर जिलाधिकारी (एडीएम) उमेश चंद्न निगम ने लिया और भरोसा दिलाया कि ज्ञापन को शासन को भेज दिया जाएगा।
ट्रांसफर सर्टिफिकेट लाने की सलाह
ज्ञापन में कहा गया है कि करप्शन फ्री इंण्डिया संगठन के कार्यकर्ताओं को हाल में ही ज्ञात हुआ है कि ग्रेटर नौएडा के बीटा-1, स्थित रेयान इन्टरनेशनल स्कूल में क्षेत्र एवं शहरवासी जब अपने बच्चो का दाखिला कराने स्कूल परिसर में जाते हैं तो स्वागत कक्ष में सलाहकार के रूप में बैठे कुछ शिक्षक अभिभावकों को मनोरंजन नर्सरी स्कूल एवं सेन्ट मार्टिन स्कूल जाने की देते हैं और उनके स्कूल के ट्रान्सफर सर्टिफिकेट लाने पर रेयान स्कूल में दाखिले एवं टयूशन फीस 50 प्रतिशत कम करने की जानकारी देते हैं।
हजारों रुपये वसूलने का आरोप
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि ट्रान्सफर सर्टिफिकेट के एवज में इन दोनों स्कूलों द्वारा 15 हजार से लेकर 70 हजार रुपये प्रति बच्चे वसूले जाते हैं। ज्ञापन के अनुसार इसके बाद रेयान स्कूल सर्टिफिकेट के आधार पर बिना जाँचे परखे ऐसे लगभग 300 बच्चों का दाखिला 50 प्रतिशत कम फीस पर ले लिया। लेकिन तीन माह बाद सभी अभिभावाको को मैसेज के माध्यम से रेयान स्कूल ने जानकारी दी कि आपके बच्चों की फीस 95 प्रतिशत बढ़ा दी गई है।
अभिभावकों से दुर्व्यवहार का आरोप
ज्ञापन के अनुसार इसके बाद अभिभावक स्कूल के प्रधानाचार्य से मिलने पहुंचे तो प्रधानाचार्य ने एवं स्कूल के अन्य स्टाफ ने अभिभावकों से दुव्यवहार किया और मिलने से मना कर दिया। इसके विरोध में अभिभावको ने स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। ज्ञापन में कहा गया है कि जिलाधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक से इसकी शिकायत की गई लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई है।
ज्ञापन में मामले की जांच किसी सक्षम अधिकारी से कराकर दोषियों के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज हो और उनकी गिरफ्तारी हो।