×
उत्तर प्रदेशलखनऊ

उच्चस्तरीय टीम-9 को मुख्यमंत्री ने दिए दिशा-निर्देश

उत्तर प्रदेश में कोविड नियंत्रण में है, पाजेटिव दर है न्यूनतम

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय टीम-9 को कई दिशा-निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए दिशा-निर्देश में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में कोविड की स्थिति नियंत्रण में है। पॉजिटिविटी दर न्यूनतम है।

सतर्क और सावधान रहने का समय

उन्होंने कहा कि पिछले माह की पॉजिटिविटी दर 0.46 प्रतिशत रही। विगत दिवस 0.45 प्रतिशत पॉजिटिविटी दर दर्ज की गई। वर्तमान में प्रदेश में कुल एक्टिव केस की संख्या 2401 है। विगत 24 घंटों में 78 हजार से अधिक टेस्ट किए गए और 345 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 510 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। 2206 लोग घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। यह समय सतर्क और सावधान रहने का है।

परिस्थितियों पर सूक्ष्मता से नजर रखें

उन्होंने कहा कि कोविड की बदलती परिस्थितियों पर सूक्ष्मता से नजर रखी जाए। सभी अस्पतालों में चिकित्सकीय उपकरणों की क्रियाशीलता, डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की समुचित उपलब्धता की गहनता से परख कर ली जाए।

छूटे बच्चों का करें टीकाकरण

मुख्यमंत्री ने कहा कि  प्रदेश में कोविड टीकाकरण अभियान अंतिम चरण में प्रवेश कर रहा है। 34 करोड़ 18 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 18+ आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 97.59% से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15-17 आयु वर्ग में 100% किशोरों को पहली डोज लगाई जा चुकी है, जबकि 88.5% किशोर दोनों डोज लगवा चुके हैं। इसी प्रकार, 12 से 14 आयु वर्ग के 97.4% से अधिक बच्चों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। स्कूल खुल चुके हैं। अब तक छूटे वंचित बच्चों का तत्काल टीकाकरण किया जाए।

मानकों का कड़ाई से अनुपालन कराएं

उन्होंने कहा कि व्यवस्था की उदासीनता और अवस्थापना सुविधाओं के अभाव में प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के 40 से अधिक पैरामेडिकल प्रशिक्षण केंद्र वर्ष 1989 से बंद थे। युवाओं की जरूरत को देखते हुए सभी जरूरी अवस्थापना सुविधाओं को उपलब्ध कराने के साथ राज्य सरकार इनका दोबारा संचालन शुरू करा रही है। 15 जुलाई से 09 नर्सिंग स्कूल शुरू होने जा रहे हैं, जबकि अगस्त माह में 35 एएनएम ट्रेनिंग सेंटरों का संचालन प्रारंभ हो जाएगा। नर्सिंग/पैरामेडिकल के क्षेत्र में अच्छा कॅरियर है। हर संस्थान में मानकों का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए। फैकल्टी पर्याप्त हो, अच्छी हो।

रोपे गए पौधों की करें सुरक्षा

उन्होंने कहा कि  प्रदेशवासियों की प्रतिबद्धता का सुफल है कि इस वर्ष ‘पौधारोपण जन आन्दोलन’ के प्रथम दिन 25 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य पूरा हो गया। दूसरे दिन अब तक ढाई करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं। इस पुनीत कार्य में सहभागी सभी लोगों को हार्दिक बधाई! इन पौधों की सुरक्षा करना भी हमारी ही जिम्मेदारी है।

औषधीय पौधों का हो रोपण

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पर प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा रही है। तमाम वनस्पतियों में औषधीय गुण होते हैं। जैसे आंवला तो पूर्णतः औषधि है, जामुन की गुठली तक उपयोगी होती है। अजवाइन उदर विकार के निदान में सहायक है। सभी में कुछ न कुछ गुण हैं। पौधारोपण करते समय ऐसी वनस्पतियों का रोपण किया जाना चाहिए। औषधीय वनस्पतियों के संरक्षण, इनके उत्पाद से औषधि तैयार करने, ब्रांडिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग के लिए ठोस प्रयास किया जाए। स्थानीय जनता को इससे जोड़ा जाए। आवश्यकतानुसार आयुर्वेदिक औषधि निर्माता संस्थाओं का सहयोग भी लिया जा सकता है।

नीतियां बनाते वक्त उद्यमियों से करें बात

उन्होंने कहा कि प्रदेश के बदले औद्योगिक माहौल को देखते हुए बड़ी संख्या में देश-दुनिया के उद्यमी उत्तर प्रदेश में निवेश कर रहे हैं। उद्योग जगत की जरूरतों के मुताबिक नई औद्योगिक नीति, नई इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल नीति और बेहतर वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक नीति तैयार की जाए। आवश्यकतानुसार संशोधित एवं नई नीतियों को तैयार करते समय उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से भी परामर्श करना चाहिए।

जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही हो

उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण के कारण असमय काल-कवलित हुए कोरोना वॉरियर्स के परिजनों के लिए अनुमन्य राहत एवं सहायता सम्बंधी आवेदनों की जनपदवार समीक्षा की मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जाए। जिस भी जनपद में आवेदन लंबित पाए जाएंगे, जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। यह संवेदनशील विषय है। ऐसे प्रकरणों को मानवता के आधार पर प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Tags

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Related Articles

Back to top button
Close