कालसर्प दोष आजकल ये नाम बड़ा चलन में है अगर आप ज्योतिष शास्त्र में विश्वास रखते हैं तो आपने इसे जरूर सुना होगा पर आज कल इसे लेकर लोगों में बड़ी भ्रांति फैली है कि जिसकी जन्म कुंडली से बनता है उसकी अकाल मृत्यु हो जाती है, उसके काम बनने बंद हो जाते हैं, वो हमेशा परेशान रहता है और उसका जीवन जीना मुश्किल हो जाता है।
आपकी कुंडली में कब होता है कालसर्प योग का निर्माण ?
जन्म कुंडली में कालसर्प योग का निर्माण तब होता है जब लग्न कुंडली में 12 खानों में राहु और केतु के मध्य में सारे ग्रह एक ओर आ जाते हैं जबकि दूसरी ओर सभी भाव खाली होते हैं। कुंडली में राहु और केतु को एक तरह से नॉर्थ पोल और साउथ पोल कहा जाता है। ये एक-दूसरे से हमेशा 180 अंश दूर रहते हैं। इन दोनों ग्रहों के बीच छह भावों का अंतर होता है और इन्हीं छह भावों में एक ओर सभी ग्रह होते हैं तो कालसर्प दोष का निर्माण होता है। समाज में इस कालसर्प दोष के बारे में बहुत सी भ्रांतियां फैली हुई है।
कालसर्प योग को लेकर समाज में फैली भ्रान्तियां
इन भ्रान्तियों में माना जाता है कि कालसर्प दोष में जन्म लेने वाला बालक जीवनभर परेशान रहता है। उसका जीवन संघर्षमय हो जाता है। उसके जीवन में महत्वपूर्ण कार्य समय पर पूरे नहीं होते हैं। जीवन में निराशा का भाव रहता है और उसे बार-बार हानि और धोखा उठाना पड़ता है। इसी प्रकार कई नकारात्मक धारणा इन लोगों के मन में फैलाई गई है जबकि यह पूरी तरह से सत्य नहीं है। कालसर्प दोष सदैव हानिकारक नहीं होता है। राहु और केतु सदैव वक्री गति से चलते हैं। राहु को काल सर्प का मुख कहा गया है और केतु को काल सर्प की पूंछ। जब राहु की ओर से कालसर्प योग बनता है तो कुछ हानिकारक होता है किंतु जब केतु की ओर कालसर्प योग बनता है तो यह श्रेष्ठ माना जाता है।
कालसर्प दोष का नाम सुनकर घबराने की जरुरत है। यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष का निर्माण राहु की ओर से हो रहा है तो थोड़ा बहुत परेशान अवश्य करता है। पर इसको आसान उपाय करके आप शांत कर सकते हैं।।
राजधानी दिल्ली के शाहदरा में 14 जुलाई 1996 को जन्म। दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन करने के साथ भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता का कोर्स किया। ख़बर फ़ास्ट, ओके इंडिया न्यूज़ के बाद जनता टीवी में पंजाब इनपुट हेड की भूमिका निभाई। नेड्रिक न्यूज में इनपुट हेड रहे और इसके बाद जेके न्यूज़ के साथ जुड़कर गुलिस्तान न्यूज़ में इनपुट हेड की कमान संभाली। फिलहाल फेडरल भारत में पत्रकारिता का दौर जारी।