×
उत्तर प्रदेशगाज़ियाबादगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नोएडानोएडानोएडा वेस्ट

मानसूनः आज रात या कल से अच्छी बारिश होने की संभावना

कुछ जिलों में बारिश न के बराबर हुई, उन जिलों में सूखे के आसार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आज रात या सोमवार से मानसून के फिर से सक्रिय होने की संभावना व्यक्त की गई है। 30 जून से उत्तर प्रदेश में आया मानसून अब 17 दिन बाद फिर से सक्रिय होगा।

सावन महीने के तीसरे दिन रविवार को लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में बारिश होने की संभावना जताई गई है। दूसरी ओर बीते 24 घंटे में नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, बरेली, फतेहपुर, आगरा में 1.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। इसमें आगरा शहर में सबसे ज्यादा 8.2 मिलीमीटर बारिश हुई।

कुछ जिलों में सूखे के आसार

कुछ जिलों जैसे प्रतापगढ़, हमीरपुर, गोंडा में बारिश नहीं होने से सूखा पड़ने के आसार उत्पन्न हो गए हैं। यहां बारिश अब तक नहीं के बराबर हुई है। इससे धान की रोपाई पर विपरीत असर पड़ रहा है। 20 जिलों में अब तक 20 प्रतिशत बारिश भी नहीं हुई है, जिससे बुआई पीछे हुई है। दूसरी ओर पीने के पानी का संकट भी उत्पन्न हो सकता है।

15 जिलों में अच्छी बारिश की संभावना

मौसम विभाग का कहना है कि रविवार को उत्तर प्रदेश के बरेली, बहराइच, लखनऊ, फतेहपुर, संत कबीरनगर समेत 15 जिलों में अच्छी बारिश की संभावना है। यहां आज देर रात या कल तक अच्छी बारिश हो सकती है। उत्तर प्रदेश में मानसून 30 जून को सक्रिय हुआ था। अब तक पूरे प्रदेश में 79.1 मिलीमीटर ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। जो अनुमान से 66 प्रतिशत कम है। उत्तर प्रदेश में कम हुई बारिश को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते सप्ताह एक अहम बैठक बुलाई थी। जिसमें सभी जिले के अधिकारियों समेत संबंधित विभाग को किसानों के लिए उचित दिशा निर्देश भी दिए थे।

मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 17 जुलाई की शाम को एक बार फिर मानसून सक्रिय हो जाएगा। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, एटा, फिरोजाबाद, आगरा, हाथरस, मथुरा, सहारनपुर जिले में येलो अलर्ट जारी किया गया है। जालौन, कन्नौज, कानपुर देहात, इटावा, औरैया में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। गोंडा में इस बार मानसून में बारिश न के बराबर हुई है।

बारिश न होने से इंद्र देवता से किसान नाराज

एक किसान ने बारिश न होने से नाराज होकर सीधे भगवान इंद्र देवता के खिलाफ ही शिकायत कर डाली। उसने इंद्र देवता के खिलाफ प्रार्थना पत्र देकर प्रशासनिक अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की।​​​​ ​​​किसानों का मानना है कि जमीन के अंदर से पानी लेकर सिंचाई करने से फसल की लागत भी नहीं निकल पाएगी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Tags

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Related Articles

Back to top button
Close