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राष्ट्रीय लोक अदालत में 101796 वादों का हुआ निस्तारण

न्यायिक व राजस्व अधिकारियों ने बढ़-चढ़कर लिया भाग, समझौता राशि भी करोड़ों में

नोएडा। गौतमबुद्ध नगर जिले की जिला और तहसीलों में शनिवार को आयोजित किए गए राष्ट्रीय लोक अदालत मं एक लाख एक हजार 796 वादों का निस्तारण हुआ।

राष्ट्रीय लोक अदालत की अध्यक्षता गौतमबुद्ध नगर जिले के जिला न्यायाधीश अवनीश सक्सेना ने की। राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला न्यायालय में कार्यरत न्यायिक अधिकारियों ने 39 हजार 792 वाद, राजस्व न्यायालय द्वारा 21 हजार 493 वाद, प्री-लिटिगेशन स्तर पर बैक द्वारा 276 मामले बीएसएनएल द्वारा 19, परिवहन विभाग द्वारा 20 हजार 286 तथा यातायात विभाग द्वारा 18 हजार 547 संबंधित ई-चालान के कुल 38 हजार 833 मामलों का निस्तारण हुआ।

प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुशील कुमार ने बताया गया कि जिला गौतमबुद्धनगर में राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 101796 वाद निस्तारित हुए।

उन्होंने बताया कि जिला जज अवनीश सक्सेना दो आपराधिक अपील वादों का निस्तारण किया। अनुपम कुमार, पीठासीन अधिकारी वाणिज्य न्यायालय द्वारा 42 वाद व समझौता धनराशि 2 करोड़ 87 लाख 2 हजार 845 है। नरेन्द्र कुमार पाण्डे, पीठासीन अधिकारी मोटरयान दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा 63 वाद व समझौता धनराशि 2 करोड़ 98 लाख 45 हजार 830 रुपये है। मंजीत कुमार शेरोन प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय द्वारा 45 व समझौता धनराशि 250000 है। ज्योत्सना सिंह अपर जिला जज द्वितीय, विशेष न्यायाधीश, एससी०/एसटी एक्ट द्वारा 08 वाद है। मोना पवार अपर जिला जज पंचम द्वारा 06 वाद व 500 रूपये जुर्माना है। डा० अनिल कुमार सिंह अपर जिला जज पोक्सो कोर्ट प्रथम द्वारा 01 वाद निस्तारित किया। रणविजय प्रताप सिंह अपर जिला जज / एफ०टी०सी प्रथम द्वारा 551 वाद और जुर्माना धनराशि 3000500 किया गया। राजीव कुमार वत्स अपर जिला जज / एफ०टी०सी द्वितीय द्वारा 06 वाद व जुर्माना धनराशि 500 किया गया। स्नेहा नेगी प्रधान न्यायाधीश अतिरिक्त परिवार न्यायालय द्वारा 21 वाद, ऋचा उपाध्याय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 9278 वाद एवं जुर्माना धनराशि 2061630 लगाए। सुशील कुमार सिविल जज (वरिष्ठ संवर्ग) द्वारा 68 वाद व जारी उत्तराधिकार प्रमाण पत्रों की धनराशि 187320497 है। जयहिंद कुमार सिंह एसीजेएम प्रथम ने 4112 वाद निपटाए और जुर्माना धनराशि 431800 रुपये की। प्रदीप कुमार कुशवाहा एसीजेएम द्वितीय ने 6781 वाद निपटाए जुर्माना धनराशि 309530 रुपये किए। अवधेश कुमार सिविल जज (वरिष्ठ संवर्ग) / एफटीसी ने 4938 वाद व जुर्माना धनराशि 51740 रुपये, अर्पिता सिंह सिविल जज जू०डि ने 43 वाद व समझौता धनराशि 175897 रुपये, नितिका महाजन अपर सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग) प्रथम व वर्चुअल कोर्ट ने 4037 वाद व जुर्माना धनराशि 3170500 रुपये, निमिषा गुप्ता सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग) जेवर ने 416 वाद व जुर्माना धनराशि 127490 रुपये लगाए। हर्षिका रस्तोगी सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग) / एफ0टी0सी द्वितीय ने 6250 वाद व जुर्माना धनराशि 338830 रुपये, नूपुर श्रीवास्तव सिविल जज जू0डि द्वारा 2266 व जुर्माना धनराशि 186610 रुपये, प्रदीप कुमार कंसल अतिरिक्त न्यायालय संख्या 1 द्वारा 62 वाद व समझौता धनराशि 19200000 रुपये किए गए। नलिन कॉत त्यागी अतिरिक्त न्यायालय संख्या 2 द्वारा 89 वाद व समझौता धनराशि 18763856 रुपये, विजय कुमार अग्रवाल अतिरिक्त न्यायालय संख्या 3 द्वारा 325 वाद व समझौता धनराशि 29493867 रुपये किया गया। इस प्रकार जिला स्थित न्यायालय के न्यायिक अधिकारियों ने कुल 39792 वादों का निस्तारण किया।

इनके अतिरिक्त राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्तर्गत जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर, अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी व तहसीलदार आदि संबंधित विभागों से प्राप्त विवरण के अनुसार राजस्व के 21493 वाद निस्तारित हुए। उपरोक्तानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 101796 मामलों का निस्तारण हुआ जिसमें समझौता धनराशि 396992860 है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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