मीटिंगः भाकियू की बैठक में किसानों की समस्याओं पर हुई चर्चा
ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण को समस्या समाधान के लिए दी गई चेतावनी
ग्रेटर नोएडा। भारतीय किसान यूनियन की बैठक रविवार को दनकौर क्षेत्र के नवादा गांव में हुई। बैठक की अध्यक्षता धनीराम मास्टर और संचालन नीरज सरपंच ने किया।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के किसानों की समस्याओं जैसे 64.7 प्रतिशत का अतिरिक्त प्रतिकर का नहीं मिलना, 10 प्रतिशत किसान कोटे के प्लॉट गांव में सीवर लाइन, सीसी रोड, श्मशान घाट, खेल के मैदान, आबादी निस्तारण आदि पर चर्चा की गई।
सौतेले व्यवहार का आरोप
भाकियू पश्चिम उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा प्राधिकरण किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है एक भाई किसी परिस्थिति में अपना प्लॉट बेच देता है तो प्राधिकरण 10% का प्लॉट दे देते हैं दूसरे को नहीं देते प्राधिकरण के अधिकारी गांव में विकास कार्य नहीं कराना चाहते हैं। गांव के युवा खेल में रुचि रखते हैं लेकिन खेल के मैदान नहीं बनाते हैं जिससे युवा खेल की प्रतिभाओं में भाग नहीं ले पा रहे हैं जिससे क्षेत्र के किसान मजदूर के बच्चों के साथ छलावा हो रहा है।
धरने की चेतावनी
सुनील प्रधान ने कहा ग्रेटर नोएडा गांव में पंचायत व्यवस्था खत्म कर दी है गांव में वृद्धा पेंशन आधार कार्ड विधवा पेंशन नहीं बन पा रहे हैं जिससे गरीब मजदूरों का हनन हो रहा है बहुत जल्दी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर धरना प्रदर्शन होगा जब तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में अधिकारियों को कोई बाहर धरने पर बैठा कर ही कार्य करने होंगे।
ये लोग थे बैठक में शामिल
इस मौके पर पवन खटाना मटरू नागर अनित कसाना राजे प्रधान बेली भाटी महेश खटाना योगेश भाटी राजीव मलिक सुनील प्रधान संदीप अवाना चंद्रपाल बाबूजी सुनील प्रधान सुरेंद्र ढाक पीतम नागर रजनीकांत अग्रवाल संदीप खटाना सुंदर खटाना अजीत गैराठी इंदरजीत कसाना राजमल विनोद पंडित सोनू बैंसला सोनू भाटी नरेंद्र खटाना दीपक चहल निखिल खटाना ललित खटाना अनिल चौधरी राजू चौहान मोनू पंडित रोबिन नागर इंद्रीश तुगलपुर जरीफ धर्मपाल स्वामी जयपाल भाटी रविंद्र भाटी विपिन तवर नरेंद्र नागर आदि सेकडों किसान एवं ग्रामीण मौजूद रहे।
भाकियू ने चलाया सदस्यता अभियान, सैकड़ों ने ली सदस्यता
ग्रेटर नोएडा। भारतीय किसान यूनियन की बैठक दनकौर क्षेत्र के नवादा गांव में हुई। बैठक में किसानों के मुद्दे पर चर्चा करने के बाद सदस्यता अभियान चलाया गया। इसमें कई लोगों ने भाकियू की सदस्यता ग्रहण की।