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कहीं देर न हो जाएः जो काम गाजियाबाद पुलिस को करना था वह नोएडा की पुलिस ने कर दिखाया

नोएडा सेक्टर 20 की पुलिस ने बृहस्पतिवार गिरफ्तार कर उसे भेज दिया था जेल, पवन की छवि दबंग किस्म की है

नोएडा। गाजियाबाद के प्लैट नंबर एसजी-6 ब्लाक बी राजनगर एक्सटेंशन थाना नन्द ग्राम के निवासी पवन कुमार पाण्डेय को गिरफ्तार करने का साहस गौतमबुद्ध नगर जिले की नोएडा सेक्टर 20 की पुलिस ने दिखा दिया। यह काम गाजियाबाद की पुलिस को पहले ही कर लेना चाहिए था।

अपनी सोसायटी में कर चुका है मारपीट

पवन कुमार पांडेय गाजियाबाद की जिस सोसायटी में रहता है वहां लोगों को हड़काकर रखता है। वहां के निवासी बताते हैं कि वह स्वभाव से ही झगड़ालू है। उसकी हड़क में जो नहीं आता है वह अपने बाउसंरों और सुरक्षा कर्मियों से पिटवा देता है। उसने बीते महीनों में अपनी सोसायटी में कुछ लोगों के साथ मारपीट की थी। लेकिन तब भी गाजियाबाद जिले की पुलिस उसे गिरफ्तार करने का साहस नहीं दिखा सकी। वह खुद को भाजपा का नेता बताता है। सत्ता में हनक रखने की धौंस देकर पवन कुमार पांडे लोगों पर रौब गांठता है।

बाउसंर के साथ गनर भी ले रखा है

सूत्र बताते हैं कि वह अपने साथ बाउंसर तो रखता ही है। उसने सरकारी गनर भी ले रखे हैं। वह हमेशा अपने साथ चार से छह बाउंसरों को लेकर चलता है। रास्ते में किसी से भी गाली-गलौच कर देता है। यही नहीं बाउंसरों से पिटवा भी देता है। ऐसे दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं लेकिन जिला गाजियाबाद की पुलिस अभी तक इस पर कोई एक्शन नहीं ले पाई थी। पता नहीं गाजियाबाद पुलिस की क्या मजबूरी है। वह किसके दबाव में आकर उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाती। उसे किस आधार पर सरकारी गनर मिल गए, उस बारे में कोई साफ नहीं बता पा रहा है।

पुलिस ढील का नतीजा भोग चुका है नोएडा  

पुलिस ढील का नतीजा गौतमबुद्ध नगर जिला खासतौर से नोएडा भोग चुका है। खुद को कभी अपने को भाजपा नेता बताने वाले श्रीकांत त्यागी की कुछ ऐसी ही छवि थी। महिला के साथ बदतमीजी करने का विडियो वायरल नहीं हुआ होता और उस विडियो को मीडिया तूल नहीं देती तो उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। जब मामले ने तूल पकड़ा तब श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी हुई थी। वह मामला आज भी ठंडा नहीं पड़ा है। कुछ लोग अपनी राजनैतिक रोटियां अभी भी सेंक रहे हैं। बहाना है श्रीकांत की पत्नी अन्नू त्यागी को पुलिस द्वारा उत्पीड़ित करने का।

पवन पांडेय का क्या है मामला

दर असल, नंदग्राम थाना क्षेत्र के राजनगर एक्सटेंशन के रहने वाले पवन कुमार पांडे को वृहस्पतिवार को नोएडा सेक्टर 20 थाना की पुलिस ने स्पा सेंटर के कर्मचारी से गाली-गलौज करने, मारने-पीटने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की माने तो पवन कुमार पांडे गुरुवार को अपने साथी राजेंद्र तोमर के साथ सेक्टर 18 स्थित एलाइड स्पा सेंटर में मसाज थेरेपी कराने गया था। जहां किसी बात को लेकर वहां के कर्मचारी राज से उसका विवाद हो गया था। विवाद के बीच पवन ने राज को कमरे में खींचकर न सिर्फ उससे गाली-गलौज की बल्कि बुरी तरह मारा-पीटा और जेल भिजवाने की धमकी भी दी थी और वहां से चला भी गया था। बाद में राज ने नोएडा सेक्टर 20 थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया था। इस आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पवन कुमार पांडे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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