धोखाधड़ीः लोन देने का झांसा देकर खाते से पार लेते थे रकम, चार गिरफ्तार
लोन देने के नाम पर प्राप्त कैंसिल चेक को धोखाधड़ी से करा लेते थे कैश, सस्ते में पालिसी देने का देते थे झांसा
नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना फेस 1 की पुलिस ने फर्जी तरीके से लोन देने के नाम पर प्राप्त कैंसिल चेक और पॉलिसी ग्राहकों से कम पैसों के चेक को कूटरचित तरीके से कैश कराने के आरोप में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
कौन लोग हुए गिरफ्तार
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 17 सितंबर को थाना फेस 1 की पुलिस ने चार आरोपियों सुमित पाण्डेय निवासी भुड़कुड़ी थाना महोली जिला सीतापुर, अंकित कुमार निवासी गैंदपुर शेषपुर थाना सिकंदराबाद जिला बुलन्दशहर वर्तमान पता अशोक नगर गली नंबर 10 बी 127 चतुर्थ तल दिल्ली, आकाश निवासी कटीरा जाफराबाद थाना बहादुरगढ़ जिला हापुड़ वर्तमान पता संजय विहार सुथियाना थाना सूरजपुर जिला गौतमबुद्धनगर और सागर निवासी चर्च सदर बजार अंबाला थाना कैन्ट जिला अंबाला, हरियाणा को कंपनी बी 127 सेक्टर 2 नोएडा से गिरफ्तार किया गया।
क्या हुआ बरामद
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए लोगों के पास से लैपटॉप, 10 मोबाइल फोन, आठ लैंडलाइन फोन, दो पेन, एक चेक और ग्राहको के डाटा संबंधित कागजात बरामद हुए हैं।
कैसे लोगों को धोखा देते थे
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए लोग पॉलिसी धारको को फोन कर चल रही पॉलिसी में धनराशि बढ़ोतरी की जानकारी देकर छोटी छोटी धनराशि के चेक जैसे 120 , 170, 180 रूपयों के प्राप्त कर लेते थे। उस चेक पर सारा विवरण पायलट पेन से भरते थे और ग्राहक से हस्ताक्षर लेकर अकाउन्ट पेई चेक लेते थे। उसके बाद पेन के नीचले भाग में इंक रिमूवर लगा हुआ होता था जिससे ये लोग चेक पर अंकित विवरण को उससे मिटा देते थे और अपनी इच्छानुसार अधिक धनराशि का विवरण अंकित कर चेक कैश करा लेते थे। इसी तरह से ये लोग लोन देने के नाम पर कैंसिल चेक लेकर उसे कैश करा लेते थे। लोन देने के नाम प्राप्त केन्सिल चैक को कैश कराने के बारे में सचिन तिवारी आरसी 723 प्रकाश नगर खोडा कालोनी गाजियाबाद की लिखित तहरीर के आधार पर विभिन्न आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। पालिसी से संबंधित चेक को कैश कराने के संबंध में भी जानकीपुरम लखनऊ में मुकदमा दर्ज है।
शातिर अपराधी प्रवृत्ति के हैं आरोपी
पुलिस का कहना है कि पकड़े चारो आरोपी शातिर किस्म के अपराधी हैं जो लोगो से धोखाधड़ी कर प्राप्त चेक को कूटरचित तरीके से कैश करा लेते हैं। विस्तृत पूछताछ पर उन्होंने थाना बिसरख क्षेत्र और थाना सेक्टर 58 नोएडा क्षेत्र में भी इसी तरह से घटना करना स्वीकार किया है। पूर्व में थाना बीटा 2 ग्रेटर नोएडा और थाना कोतवाली देहात बुलन्दशहर से भी ऐसी घटना कर पूर्व में जेल जा चुके हैं।